झारखंड : ट्रेन डकैती मामले में पुलिस को अजय नाम के अपराधी की तलाश, अब तक हुए ये खुलासे
झारखंड में ट्रेन डकैती मामले में पुलिस की जांच जारी है. पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे क्षेत्रीय अपराधियों का हाथ है. यात्रियों से लूटा गया तीन एटीएम कार्ड, एक मोबाइल, एक बैग व सीट नंबर 58 के पास से खोखा बरामद हुआ है. फिलहाल पुलिस को अजय नाम के अपराधी की तलाश है.
डालटनगंज (मेदिनीनगर, पलामू) : झारखंड में बीते शनिवार की रात को ट्रेन में हुई डकैती मामले में जीआरपी पुलिस अपराधियों के गिरफ्तारी के लिए इलाके में सघन छापामारी कर रही है. संबलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस ट्रेन में शनिवार की रात डकैती की घटना हुई थी. पुलिस ने सोमवार को तीन एटीएम कार्ड, एक मोबाइल, एक बैग व एस 9 बोगी के 58 नंबर सीट से खोखा बरामद किया. पुलिस के अनुसार ट्रेन डकैती की घटना को अजय नामक अपराधी के इशारे पर अंजाम दिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने अजय नाम के अपराधी को चिह्नित भी किया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए विभिन्न जगहों पर छापेमारी की जा रही है. पुलिस ने छापामारी के दौरान बरवाडीह स्टेशन से करीब एक किलोमीटर दूर रेलवे लाइन के किनारे से डकैतों द्वारा फेंके गये एटीएम कार्ड, मोबाइल व बैग बरामद किया है.
क्षेत्रीय अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम : पुलिस
पुलिस का कहना है कि इस घटना में क्षेत्रीय अपराधियों का हाथ है. डालटनगंज जीआरपी के जवान व प्रभारी बरकाकाना में कैंप किये हुए हैं. पुलिस ने बताया कि जिस बोगी में लूटपाट की गयी, उसके सीट नंबर 58 के नीचे खोखा फंसा हुआ पाया गया. घटना के बाद रेल प्रशासन ने छह अतिरिक्त रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स के जवानों को प्रतिनियुक्त कर दिया है. इससे पूर्व रेलवे के तीन लाठीधारी जवान रखे गये थे. सूत्रों के अनुसार उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र होने के कारण ट्रेन में तीन जवानों को बिना शस्त्र के ड्यूटी लगायी गयी थी. घटना के बाद हरेक एक्सप्रेस ट्रेन में छह शस्त्रधारी व तीन लाठीधारी पुलिस जवान लगाये गये हैं.
अपराधियों ने मचाया था तांडव
मालूम हो कि अपराधियों ने ट्रेन के एस 9 बोगी को कब्जे में लेकर हथियार के बल पर करीब 40 मिनट तक तांडव मचाया था. यात्रियों से नकद डेढ़ लाख, चार लाख के जेवर व 40 से अधिक मोबाइल लूट लिया था. अपराधियों ने लूटपाट के दौरान महिलाओं व बच्चों के साथ मारपीट की थी. करीब 10 यात्री घायल हो गये थे. ट्रेन के डालटनगंज स्टेशन पहुंचने के बाद यात्रियों ने हंगामा किया था. घायलों का इलाज करने के बाद तीन घंटे के बाद ट्रेन को रवाना किया गया था.