Jharkhand Crime News: पलामू में कुणाल सिंह हत्याकांड का एक आरोपी गोविंद सिंह उर्फ छोटू सिंह ने पलामू पुलिस के समक्ष बुधवार को सरेंडर किया. इस दौरान पुलिस की पूछताछ में आरोपी छोटू सिंह ने कुणाल सिंह हत्याकांड से जुड़े कई राज को उजागर किया.
कुणाल ने डब्लू की हत्या की बनायी थी योजना
पुलिस के समक्ष सरेंडर किये आरोपी छोटू सिंह ने बताया कि मृतक कुणाल सिंह ने अपराधी डब्लू सिंह की हत्या के लिए योजना तैयार कर ली थी. इसको लेकर शूटर भी आ गये थे, क्योंकि कुणाल को यह पता था कि डब्लू की हत्या के बाद वह पलामू के अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह हो जायेगा. लेकिन, कुणाल की इस योजना की भनक समय रहते डब्लू सिंह के गिरोह को लग गयी. इसके बाद डब्लू सिंह गिरोह ने कुणाल की हत्या कर अपने रास्ते से हटा दिया. बताया जाता है कि छोटू सिंह मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य में भवन निर्माण सामग्री का आपूर्तिकर्ता भी है.
क्या है मामला
शहर थाना प्रभारी अरुण महथा ने पत्रकारों को बताया कि गैंगवार में पलामू के अपराधी कुणाल सिंह की हत्या डब्लू सिंह गिरोह द्वारा गत तीन जून, 2021 को सुदना में की गयी थी. घटना के दिन सुबह में कुणाल सिंह घर से अपने कार से मेदिनीनगर के बिसफूटा पुल की तरफ जा रहा था. इसी दौरान पहले से घात लगाए डब्लू सिंह गिरोह के सदस्यों ने वाहन से कुणाल सिंह के कार में टक्कर मारी. उसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में डब्लू सिंह सहित एक दर्जन से अधिक अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. कई आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस हत्याकांड का एक आरोपी श्वेतकेतु की हत्या बिहार के सासाराम में हो गयी थी.
फरार चल रहा था आरोपी छोटू सिंह
इस हत्याकांड का आरोपी छोटू सिंह घटना के बाद से फरार चल रहा था. वह पुलिस की डर से दिल्ली, बेंगलुरु और रांची में छिप कर रह रहा था. छोटू के खिलाफ न्यायालय द्वारा इश्तेहार भी निकाला था. जिसे पलामू पुलिस ने गोविंद सिंह उर्फ छोटू सिंह के निलांबर-पितांबरपुर (लेस्लीगंज) थाना क्षेत्र के फुलांग स्थित घर पर इश्तेहार भी चिपकाया गया था.
रिपोर्ट : अजीत मिश्रा, मेदिनीनगर.