मेदिनीनगर. झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश के बाद याचिकाकर्ता सतनाम सिंह गंभीर मंगलवार को पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर पहुंचे.याचिकाकर्ता 1984 के दंगा सिक्ख समाज के पीड़ित परिवारों से मिले. इस दौरान उन्हें 33 पीड़ित परिवारों ने अपना आवेदन सौंपते हुए बताया कि उन्हें आज तक न तो न्याय मिला और न ही मुआवजा. हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान सतनाम सिंह गंभीर को निर्देश दिया था कि वह जिलावार बताएं कि कितने पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिला है. कोर्ट ने मुआवजा नहीं मिलने वाले पीड़ितों की सूची को प्रस्तुत करने का निर्देश प्रार्थी सतनाम सिंह गंभीर को दिया था. उच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में मंगलवार को मेदिनीनगर के बेलवाटीका स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली. सिख दंगा पीड़ितों की अगुवाई कर रहे इंद्रजीत सिंह डिंपल एवं चनप्रीत सिंह जॉनी ने अपने साथियों के साथ सतनाम सिंह गंभीर का स्वागत किया. इस दौरान काफी संख्या में पीड़ित परिवार श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा साहिब पहुंचे थे. इंद्रजीत सिंह डिंपल एवं चनप्रीत सिंह जॉनी ने संयुक्त रूप से 1984 सिख दंगा के 33 पीड़ितों की सूची ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर को सौंपी,जिन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिला है. फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि एक भी पीड़ित परिवार मुआवजा से वंचित नहीं रहे. सतनाम सिंह गंभीर लगातार दंगा पीड़ित सिख परिवारों को इंसाफ दिलाने के लिए लगातार झारखंड का दौरा कर रहे हैं. सतनाम सिंह गंभीर ने कहा कि दंगों के 40 वर्ष बाद भी इंसाफ नहीं मिलना काफी पीड़ा दायक है. उन्होंने कहा कि उनका संघर्ष अंतिम पीड़ित परिवार को इंसाफ मिलने तक जारी रहेगा. इस दौरान इंद्रजीत सिंह डिंपल, चनप्रीत सिंह जॉनी, मनमीत लूथरा, हरप्रीत कौर, त्रिलोक सिंह, गुरदेव सिंह, भूपेंद्र सिंह, रणजीत कौर, मदन मोहन सिंह, प्रताप सिंह, जसप्रीत सिंह, मनजीत सिंह, जसमीत सिंह सहित काफी संख्या में पीड़ित परिवार के सदस्य उपस्थित थे. फ्लैग…हाइकोर्ट के निर्देश पर मेदिनीनगर पहुंचे सतनाम सिंह गंभीर प्रतिनिधि, मेदिनीनगर झारखंड हाइकोर्ट के आदेश के बाद याचिकाकर्ता सतनाम सिंह गंभीर मंगलवार को पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर पहुंचे व 1984 के दंगा पीड़ित सिख परिवारों से मिले. इस दौरान उन्हें 33 पीड़ित परिवारों ने अपना आवेदन सौंपते हुए बताया कि उन्हें आज तक न तो न्याय मिला है और न ही मुआवजा. हाइकोर्ट ने सुनवाई के दौरान सतनाम सिंह गंभीर को निर्देश दिया था कि वह जिलावार बतायें कि कितने पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिला है. कोर्ट ने उन्हें ऐसे पीड़ितों की सूची प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था. जिसके बाद मंगलवार को श्री गंभीर बेलवाटिका स्थित गुरुद्वारा पहुंचे. जहां सिख दंगा पीड़ितों की अगुवाई कर रहे इंद्रजीत सिंह डिंपल व चनप्रीत सिंह जॉनी ने अपने साथियों के साथ सतनाम सिंह गंभीर का स्वागत किया. इस दौरान काफी संख्या में पीड़ित परिवार गुरुद्वारा पहुंचे थे. इंद्रजीत सिंह डिंपल व चनप्रीत सिंह जॉनी ने 1984 सिख दंगा के 33 पीड़ितों की सूची ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर को सौंपी. जिन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिला है. सतनाम सिंह गंभीर ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि एक भी पीड़ित परिवार मुआवजा से वंचित नहीं रहे. वह लगातार दंगा पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिलाने के लिए झारखंड का दौरा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दंगा के 40 वर्ष बाद भी इंसाफ नहीं मिलना काफी पीड़ादायक है. उनका संघर्ष अंतिम पीड़ित परिवार को इंसाफ मिलने तक जारी रहेगा. इस दौरान मनमीत लूथरा, हरप्रीत कौर, त्रिलोक सिंह, गुरदेव सिंह, भूपेंद्र सिंह, रणजीत कौर, मदन मोहन सिंह, प्रताप सिंह, जसप्रीत सिंह, मनजीत सिंह, जसमीत सिंह सहित काफी संख्या में पीड़ित परिवार के सदस्य उपस्थित थे.
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