लोकसभा चुनाव से पहले पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, पलामू में शराब की बड़ी खेप जब्त

पुलिस ने पलामू से शराब की एक बड़ी खेप पकड़ी है. पुलिस को चुनाव से पहले कालाबाजारी की सूचना मिल रही थी. इसे रोकने के लिए गश्ती तेज कर दी गयी थी.

By Sameer Oraon | March 20, 2024 2:27 PM
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पलामू: पलामू पुलिस ने सीमा सुरक्षा की गस्ती के दौरान अवैध रूप से ढोया जा रहा शराब की एक बड़ी खेप पकड़ी है. यह शराब पलामू के मनातू से होता हुआ गया के रास्ते बिहार के इलाके में पहुंचाया जा रहा था. चुनाव के दौरान बिहार में अवैध रूप से शराब की कालाबाजारी होने की पुख्ता सूचना पुलिस के पास थी. इसे रोकने के लिए पुलिस ने प्लान बनाया था. ऐसे में इतनी भारी मात्रा में शराब के पकड़े जाने को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है.

कैसे पकड़ाया शराब

लोकसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस विभिन्न इलाकों में सर्च अभियान चला रही है. इसी के मद्देनजर बुधवार को भी पुलिस की एक टीम पूरे दल बदल के साथ सर्च अभियान चलाया. जिसमें शराब की एक बड़ी खेप पकड़ी गयी. जानकारी के मुताबिक शराब को बोलेरो गाड़ी से बिहार के गया इलाके में ले जाया जा रहा था. इस पूरे मामले की पुलिस की एक स्पेशल टीम जांच कर रही है. एसपी रीष्मा रमेशन ने कहा कि शराब जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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नए रास्ते की तलाश में पकड़े गए शराब माफिया

लोकसभा चुनाव की घोषणा के होने के साथ ही झारखंड और बिहार के शीर्ष अधिकारियों की बैठक हुई थी. इस बैठक में सीमा पर चौकसी बढ़ाने के साथ साथ शराब मफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करने का फैसला लिया गया था. पुलिस को इस बात का पहले से ही आभास था कि पारंपरिक रास्ता को छोड़कर शराब माफिया अब नया रास्ता तलाशेंगे. इसके लिए पुलिस ने पहले ही प्लान बी तैयार कर लिया था. हुआ भी ऐसा ही, अंतरराज्यीय चेक पोस्ट बनने और सीमा क्षेत्र सील होने के बाद तस्कर नया रास्ता तलाशने लगे. पुलिस पहले से ही इस पर नजर रखी थी. जब तस्करों को कोई रास्ता नहीं दिखा तो वे शराब को नये रास्ते से लेने का सोचने लगे और पुलिस के हत्थे चढ़ गये.

चुनाव की घोषणा के साथ ही सीमा पर सख्ती

जिस दिन से लोकसभा चुनाव की पहले चरण की अधिसूचना जारी हुई है उसी दिन से पलामू पुलिस बिहार से सटे इलाकों में सख्ती बढ़ा दी है. पहले चरण में पलामू से सटे बिहार के गया और औरंगाबाद इलाके में चुनाव होना है. इसकी अधिसूचना जारी होने के साथ ही बिहार से सटे सीमावर्ती क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया गया है.

तैनात है भारी पुलिस बल

पलामू के बिहार से सटे सीमा क्षेत्र में भरी मात्रा में पुलिस बलों की तैनाती की गयी है. वहां दंडाधिकारी की भी नियुक्ति की गई है जिनकी निगरानी में वाहनों की जांच की जा रही है. अकेले पलामू में बिहार से सटे सीमा क्षेत्र में आठ अंतरराज्यीय चेक पोस्ट बनाये गये हैं.

उच्च स्तरीय बैठक के बाद बढ़ी निगरानी

लोकसभा चुनाव की विभिन्न पहलुओं को लेकर मंगलवार की देर रात बिहार और झारखंड के शीर्ष अधिकारियों की बैठक हुई है. बैठक में लोकसभा चुनाव के विभिन्न पहलुओं को लेकर चर्चा हुआ. साथ ही यह निर्णय भी लिया गया है कि सीमा क्षेत्र को पूरी तरह सील कर चौकसी बढ़ाई जाए. सीमावर्ती इलाकों में जो लिस्टेड संवेदनशील इलाके हैं उन जगहों पर अंतरराज्यीय ऑपरेशन चलाने का निर्णय भी लिया गया है. ऑपरेशन में झारखंड और बिहार के इलाकों में तैनात सीआरपीएफ, कोबरा और अन्य बलों को लगाया गया है.

नक्सलियों पर भी रहेगी नजर

औरंगाबाद, पलामू ,चतरा के डीसी और एसपी तथा अन्य शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चुनाव के दौरान नक्सलियों पर भी नजर रखी जायेगी. जिन माओवादियों ने बिहार झारखंड की सीमाओं में अपनी गतिविधियां चलाई है, उनका लिस्ट बनाया गया है. सीमावर्ती जिला ने नक्सलवाद और अपराध से जुड़ी सूची भी आपस में साझा की है. इस सूची में कई शीर्ष माओवादियों के नाम हैं जिनके खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.

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