मेदिनीनगर.
पलामू मनरेगा लोकपाल शंकर कुमार ने पिपरा प्रखंड के पिपरा एवं अन्य पंचायतों में मनरेगा योजनाओं का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें जानकारी मिली कि कूप व डोभा का निर्माण मजदूरों से नहीं कराकर जेसीबी का उपयोग किया गया है. किसी भी योजना स्थल पर एक भी मजदूर नहीं पाये गये. योजना स्थल पर मशीन के निशान का पहचान छुपाने के उद्देश्य से सूचना बोर्ड भी नहीं लगाया गया था. लोकपाल ने कहा कि कोई भी मनरेगा कर्मी या पदाधिकारी न तो प्रखंड में मनरेगा कार्यों की समीक्षा, जो कि मंगल दिवस पर प्रखंड स्तर पर होती है, उसमें शामिल थे व न ही योजना स्थल पर ही मौजूद थे. संपर्क करने पर मनरेगा कर्मियों द्वारा फोन नहीं उठाया गया. रोजगार सेवक बात करने के बावजूद योजना स्थल पर उपस्थित नहीं हुए. पिपरा के सभी पंचायत में लगभग 1200 मजदूर का एमआर निकाला गया था. उन्होंने बताया कि मनरेगा कार्य में क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण में घोर लापरवाही बरती गयी है. ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ प्रखंड में मनरेगा भगवान भरोसे ही चल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है