पलामू, सैकत चटर्जी : राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पलामू के शिक्षक सह पूर्व प्रधानाध्यापक मदन शुक्ला का निधन हो गया है. उन्होंने 19 अप्रैल की रात रांची के पल्स अस्पताल में अंतिम सांसे ली है. वे 81 वर्ष के थे. लंबे समय से वे कई बीमारी से जूझ रहे थे. उनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था. साथ ही उनका इलाज रांची के पल्स हॉस्पिटल में भी होता था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.
परिजनों ने बताया कि 20 अप्रैल को रात्रि 9 बजे तक उनका पार्थिव शरीर मेदनीनगर स्थित आवास पर पहुंचेगा. उनका अंतिम संस्कार 21 अप्रैल को प्रातः 8 बजे राजा हरिश्चंद्र घाट पर होगा. उन्होंने अपने पीछे दो पुत्र और एक पुत्री और भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं.
राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक मदन शुक्ला लेसलीगंज के चौरा गांव के निवासी थे. उनके बड़े पुत्र चंद्रशेखर शुक्ला है, जो पलामू जिला कांग्रेस कमेटी के कई वर्षों तक अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं. वर्तमान में चंद्रशेखर शुक्ला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी झारखंड प्रदेश में महासचिव हैं. छोटे पुत्र राकेश रंजन दिल्ली में वरिष्ठ पत्रकार हैं. उनकी पोती जूही शुक्ला उनके मार्गदर्शन में समाज के लिए हमेशा आगे बढ़ कर योगदान देती रहती है. ज्ञान निकेतन स्कूल के डायरेक्टर शंकर दयाल उनके छोटे भाई हैं. झामुमो के युवा नेता सन्नी शुक्ला उनके छोटे भतीजे हैं.
मदन शुक्ला बारालोटा प्राथमिक विद्यालय में कई वर्ष तक प्राचार्य रहे और शाहपुर स्थित विद्यालय के प्रधानाध्यापक के रूप में उन्होंने बेहतरीन कार्य किये थे. उनके कार्य से प्रभावित होकर तत्काल राष्ट्रपति अब्दुल कलाम द्वारा उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार भी प्राप्त हुआ था. वो काफी मृदुभाषी मिलनसार व्यक्ति थे. उनकी लोकप्रियता पलामू के हर कोने में है. समाजसेवा में भी अग्रणी रूप में शामिल होते थे.
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मदन शुक्ला के निधन की खबर पर पलामू के कई लोगों ने शोक जताया है. मेयर अरुणा शंकर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बिट्टू पाठक, जेएमएम जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिन्हा, समाजसेवी ज्ञानचंद पांडेय, कांग्रेस नेता जिशान खान, पूर्व वार्ड पार्षद रविशंकर, शिक्षक नेता सुधीर दुबे, अमरेश सिंह आदि ने शोक व्यक्त किया है.