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एमबीए के छात्र को 100 नंबर की परीक्षा में दिया 118 नंबर

नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग का कारनामा

By Prabhat Khabar News Desk | May 10, 2024 9:43 PM

मेदिनीनगर.

नीलांबर-पीतांबर विवि द्वारा एमबीए के छात्र को निर्धारित 100 नंबर में 118 नंबर दे दिया गया है. ऐसा एक विषय में नहीं बल्कि तीन विषय में किया गया है. जानकारी के अनुसार एमबीए के सेकेंड सेमेस्टर के ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में 102 नंबर, ऑपरेशनल रिसर्च पेपर में 118 नंबर, ई-बिजनेस पेपर में 106 नंबर दिया गया है. मार्क्सशीट देखने पर पता चला कि ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में थ्योरी के 70 नंबर में 76 व प्रैक्टिकल के 30 में 26 नंबर दिया गया है. वहीं ऑपरेशनल रिसर्च पेपर के थ्योरी के 70 में 90 नंबर व प्रैक्टिकल में 30 में 28 नंबर, कुल 118 नंबर दिया गया है. इसी तरह तीसरे पेपर ई-बिजनेस में 70 नंबर में 80 व प्रैक्टिकल के 30 नंबर में 26 नंबर के साथ कुल 106 नंबर दिया गया है. मार्क्सशीट सुधारा जा रहा है : परीक्षा नियंत्रकइस संबंध में एनपीयू के परीक्षा नियंत्रक एमके दीपक ने कहा कि जानकारी मिली है कि एमबीए के छात्र के सेकेंड सेमेस्टर में मार्क्सशीट में गड़बड़ी हुई है. संबंधित छात्र से मार्क्सशीट मांग ली गयी है और सुधार किया जा रहा है.

कार्यप्रणाली सुधारें, नहीं तो विवि में तालाबंदी : अभाविप

इधर अभाविप ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया गया है. विज्ञप्ति में नगर मंत्री रामाशंकर पासवान ने कहा है कि विवि प्रभारी पदाधिकारी के भरोसे चल रहा है. परीक्षा विभाग लगातार गलतियों के बावजूद अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं ला रहा है. एनसीसीएफ जैसी भ्रष्ट कंपनियां लंबे समय से विवि में जमी हुई हैं. भ्रष्ट अधिकारी ऐसी कंपनियों को शरण देते आ रहे हैं. इसी का नतीजा है कि परीक्षा में 100 की जगह 118 अंक दिये जाते हैं. सह संयोजक विनीत पांडे ने कहा है कि विवि प्रशासन व परीक्षा विभाग अपनी कार्य प्रणाली में सुधार नहीं लाते हैं, तो सभी अधिकारी व कर्मचारी को विवि से बाहर निकाल कर तालाबंदी की जायेगी. संयोजक मंजुल शुक्ला ने कहा है कि छात्रों के पैसे का दोहन हो रहा है. लंबे समय से जमे अधिकारियों को अविलंब हटाने की आवश्यकता है.

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