Loading election data...

कोरेंटिन में रह रहे प्रवासी श्रमिकों ने बदल दी झारखंड के एक स्कूल की सूरत

migrant laborers changed the picture of school during quarantine in palamu district of jharkhand मोहम्मदगंज (पलामू) : कोरोना वायरस की वजह से उत्पन्न संकट के बीच जब देश-दुनिया में चारों ओर नकारात्मक चीजें फैल रही हैं, झारखंड में कुछ अच्छी चीजें देखने को मिल रही हैं. काफी दिनों से बदहाल एक स्कूल की महज तीन दिन में ही सूरत बदल गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 27, 2020 11:13 AM

मोहम्मदगंज (पलामू) : कोरोना वायरस की वजह से उत्पन्न संकट के बीच जब देश-दुनिया में चारों ओर नकारात्मक चीजें फैल रही हैं, झारखंड में कुछ अच्छी चीजें देखने को मिल रही हैं. काफी दिनों से बदहाल एक स्कूल की महज तीन दिन में ही सूरत बदल गयी.

Also Read: Coronavirus Lockdown Jharkhand LIVE Updates: 27 मई को सुबह-सुबह लोहरदगा में मिला कोरोना पॉजिटिव मरीज, गढ़वा के कोरोना संदिग्ध सिपाही की रिम्स में मौत

झारखंड के प्रवासी श्रमिकों ने उस स्कूल की सूरत बदल दी, जिसमें उन्हें कोरेंटाइन किया गया था. पलामू जिला के मोहम्मदगंज में उत्तर कोयल परियोजना स्कूल में 43 मजदूरों को कोरेंटिन में रखा गया था. पलामू के उपायुक्त डॉ शांतनु अग्रहरि की पहल पर मजदूरों ने समय का सदुपयोग किया और स्कूल की दीवारों का रंग-रोगन करके उसकी तस्वीर ही बदल दी.

Also Read: कोडरमा में कोरोना से एक की मौत, एक दिन में 11 नये पॉजिटिव मामले, 24 एक्टिव केस

पिछले दिनों उपायुक्त ने इस स्कूल का निरीक्षण किया था. उन्होंने वहां कोरेंटिन में रह रहे लोगों से बात की और उन्हें कुछ दिशा-निर्देश दिये. उपायुक्त के जाने के बाद प्रवासी श्रमिकों ने अपना काम शुरू कर दिया. जिन मजदूरों ने स्कूल को पेंट किया, वे सभी लोग देश के किसी न किसी रेड जोन से यहां आये थे.

Also Read: 27 मई : यात्रा में ढील से झारखंड-बिहार में बढ़े Corona Case, क्या एक्शन लेगी केंद्र सरकार? देखें Top 20 News

इस कोरेंटिन सेंटर के प्रभारी अरविंद कुमार मिश्रा ने बताया कि मंगलवार को दाल -भात के साथ हरी सब्जी व शाम को पुड़ी, सब्जी व सलाद इन श्रमिकों को परोसा गया. डॉक्टर विनोद कुमार सिंह हर दिन यहां के मजदूरों की स्वास्थ्य जांच करते हैं. अब तक किसी प्रवासी में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं दिखे हैं.

Also Read: मुंबई से हजारीबाग लौटे मजदूरों ने 1.90 लाख में किया था बस रिजर्व, विष्णुगढ़ के छह मजदूर निकले कोरोना पॉजिटिव

इधर, बीडीओ प्रदीप कुमार दास ने बताया कि उपायुक्त के आदेश के बाद मजदूरों में नयी ऊर्जा दिख रही है. रंग-रोगन से विद्यालय का रूप बदल गया है. प्रखंड के चार कोरेंटिन सेंटर में मजदूरों के स्वास्थ्य की स्थिति अब ठीक है. चारों केंद्र में 82 प्रवासियों को रखा गया है. 14 दिन बाद उनकी जांच के बाद ही उन्हें घर भेजा जायेगा. सभी रेड जोन के प्रवासी मजदूर हैं.

Also Read: मुंबई से कोडरमा लौटे नाबालिग भाई-बहन निकले कोरोना पॉजिटिव, ट्रक पर सवार होकर सपरिवार लौटे थे गांव

Next Article

Exit mobile version