पलामू में करंट की चपेट में आने से मां-बेटे की मौत, ठनका गिरने से एक युवक की मृत्यु
पलामू में करंट की चपेट में आने से मां और बेटे की मौत हो गई है. रात में सोने के दौरान नंगा तार पंखा से सट गया जिस वजह से वह करंट की चपेट में आ गई.
पलामू जिले के हुसैनाबाद अनुमंडल के देवरी ओपी क्षेत्र के बलिबिगहा गांव में करंट की चपेट में आने से मां- बेटे की मौत हो गयी. घटना गुरूवार की रात 9:30 की बतायी जाती है. जानकारी के अनुसार बलिबिगहा गांव के ओमप्रकाश कुमार की पत्नी 21 वर्षीय किरण कुमारी घर में पंखा चलाकर सोयी हुई थी. इसी क्रम में नंगा तार होने के कारण वह करंट के चपेट में आ गयी.
तीन वर्षीय बेटा भी आया करंट की चपेट में
मां को तड़पता देख उसका तीन वर्षीय पुत्र आदर्श भी मां के पास चला गया. जिससे दोनों की घटनास्थल पर मौत हो गयी.परिजनों ने आनन-फानन में हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल में भरती कराया. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया. सूचना मिलने के बाद देवरी ओपी प्रभारी बबलू कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा. पुलिस दोनो शव को अपने कब्जे में ले लिया था. लेकिन गांव के लोगों के आग्रह पर शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया. गांव में शोक का लहर है. दो दिन पूर्व भी थाना क्षेत्र के एकौनी गांव में बिजली की चपेट में आने से एक युवती की मौत हो चुकी है.
वज्रपात से युवक की मौत
पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र के बरडीहा गांव के 35 वर्षीय राजेंद्र विश्वकर्मा की मौत वज्रपात की चपेट में आने से हो गयी. घटना गुरुवार की रात करीब आठ बजे की बतायी जाती है. पंचायत के मुखिया रविंद्र राम ने बताया कि मूसलाधार बारिश के साथ वज्रपात हुई. जिसके कारण रविंद्र की मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि रविंद्र घर से बाहर शौच के लिए निकला था. इसी क्रम में घटना घटी.पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया. वहीं पास के ट्रांसफार्मर के ऊपर वज्रपात होने से उसमें आग लग गयी जिससे 11 हजार प्रवाहित तार जलकर जमीन पर गिर गया. ग्रामीणों का कहना है कि रात्रि के समय में बिजली करंट में आने से बड़ी घटना हो सकती थी.
Also Read : झारखंड में वज्रपात से 11 लोगों की मौत, आधा दर्जन घायल, बचाव के लिए इन बातों का ध्यान रखना जरूरी