नौडीहा बाजार. पलामू जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा भगवान भरोसे है. विभाग ने करोड़ों खर्च कर भवन तो बना दिये, लेकिन इन स्वास्थ्य केंद्र में न तो चिकित्सक हैं और न ही इलाज की कोई सुविधा. नौडीहा बाजार प्रखंड पलामू जिले का अति पिछड़ा इलाका है. जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह प्रखंड कई समस्याओं से जूझ रहा है. आजादी के वर्षों बाद भी इस सुदूरवर्ती इलाके के लोग कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. प्रखंड मुख्यालय में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन बना है, लेकिन इलाज की सुविधा नहीं है. 12 पंचायत की करीब एक लाख से अधिक आबादी वाले इस प्रखंड में स्वास्थ्य सुविधा का घोर अभाव है. मुख्यालय में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक भी चिकित्सक नहीं बैठते. विभाग द्वारा कागज पर ही चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति कर दी जाती है, लेकिन वे कभी भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं पहुंचते. नौडीहा बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ एक ड्रेसर एवं एएनएम के भरोसे चल रहा है. प्रखंड के तीन अन्य स्वास्थ्य उपकेंद्र की भी स्थिति बदतर है. यह सोचनीय विषय है कि बिना चिकित्सक के नौडीहा बाजार प्रखंड के 12 पंचायतों में रहने वाले लोगों का इलाज कैसे हो रहा है. क्या इस सुदूरवर्ती प्रखंड के लोग कभी बीमार नहीं पड़ते या उन्हें किसी तरह के इलाज की जरूरत नहीं होती. इन गंभीर विषयों की ओर स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शासन-प्रशासन में बैठे लोगों का ध्यान नहीं है. जिले के आला अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि भी उदासीन हैं. सरकारी स्तर पर संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक और इलाज की सुविधा नहीं होने के कारण सक्षम लोग निजी अस्पताल एवं गरीब ग्रामीण चिकित्सक से इलाज कराने को विवश हैं. स्वास्थ्य केंद्र की बदहाल स्थिति एवं ग्रामीणों की मजबूरी का लाभ निजी क्लिनिक संचालक एवं ग्रामीण चिकित्सक उठा रहे हैं. स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की भर्ती के लिए न तो बेड है और न ही इलाज की कोई सुविधा. स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक दवा रखने का भी कोई व्यवस्था नहीं है. स्वास्थ्य कर्मचारी कार्टन में दवा रखते हैं. छतरपुर अनुमंडलीय अस्पताल भी प्रखंड मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर है. विशेष परिस्थिति में कुछ सक्षम लोग अनुमंडलीय अस्पताल में किसी तरह मरीजों का इलाज कराने जाते हैं.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
पलामू सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है. नौडीहा बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो चिकित्सक डॉ रजी अहमद एवं डॉ मृत्युंजय सिंह को प्रतिनियुक्त किया गया है. यदि प्रतिनियुक्त चिकित्सक वहां अपनी सेवा नहीं देते हैं, तो यह गंभीर मामला है. सिविल सर्जन ने पूरे मामले की जांच कर दोषी चिकित्सकों पर कार्रवाई करने की बात कही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है