Jharkhand News: पर्यटकों का मन मोहती है मुरली पहाड़ी, नये साल में मनोरंजन के लिए ये लोकेशंस भी हैं खास
Jharkhand News: हुसैनाबाद अनुमंडल मुख्यालय से करीब तीन किमी दूर जपला-हरिहरगंज पथ के लंगरकोट गांव के समीप इस पहाड़ी के ऊपर महाकालेश्वर धाम में श्रावण माह व शिवरात्रि के अवसर पर मेला का आयोजन किया जाता है.
Jharkhand News: झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद की मुरली पहाड़ी की प्राकृतिक छटा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है. प्राकृतिक दृश्य के अलावा ये आध्यात्मिक केंद्र भी है. काफी संख्या में लोग पहाड़ी के ऊपर महाकालेश्वर मंदिर में पहुंचकर माथा टेककर नववर्ष की शुरुआत करते हैं. इसके साथ ही प्राकृतिक छटा का आनंद उठाते हैं. अनुमंडल मुख्यालय से तकरीबन तीन किमी दूर जपला-हरिहरगंज पथ के लंगरकोट गांव के समीप इस पहाड़ी के ऊपर महाकालेश्वर धाम में श्रावण माह व शिवरात्रि के अवसर पर मेला का आयोजन होता है.
घाघरा गांव से सटे कुंड बांध का नजारा देखने योग्य है. तकरीबन 40 फीट की ऊंचाई से गिरता पानी का दृश्य मन मोह लेता है. यह स्थान हुसैनाबाद प्रखंड मुख्यालय से तकरीबन 10 किमी दक्षिण में स्थित है. चारों ओर से पहाड़ की वादियों का मनुहारी दृश्य बार-बार घूमने को मजबूर करता है. यहां अन्य दिनों के अलावा एक जनवरी को काफी संख्या में पिकनिक मनाने लोग पहुंचते हैं. पिकनिक के साथ चारों ओर से घिरे प्राकृतिक दृश्य का आनंद उठाते हैं.
हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र में काशिसोत डैम, भीमचुल्हा, भीम बराज, पार्क, कररबार नदी तट समेत दर्जनों पिकनिक स्पॉट हैं. सोन नदी का देवरी व दंगवार तट भी पिकनिक मनाने वालों का मनपसंद स्पॉट माना जाता है. लोग सोन नदी में स्नान, सूर्यमन्दिर परिसर में पूजा के साथ नौकायान का लुत्फ उठाते हैं. झारखंड-बिहार के सीमावर्ती दंगवार में सोन व कररबार नदी का संगम स्थल का नजारा भी देखने योग्य है. इस जगह से बालू का टीला, काशिवन, रोहतास मन्दिर का दृश्य, बंजारी की फैक्ट्री का अवलोकन पिकनिक के आनंद में चार चांद लगा देता है.
रिपोर्ट: जितेन्द्र प्रसाद