नीलांबर पीतांबर लोक महोत्सव: इप्टा के राष्ट्रीय सम्मेलन में निकाली गयी सांस्कृतिक रैली, भाईचारे का दिया संदेश

सांस्कृतिक रैली में भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक की संस्कृति का नजारा देखने को मिला. पारंपरिक परिधानों में सबसे आगे नगाड़ा वादकों का दल चल रहा था. झारखंड इप्टा के साथी पारंपरिक परिधान व वाद्ययंत्रों के साथ लोकगीत व संताली लोकनृत्य प्रस्तुत कर अमन व भाईचारे का संदेश दे रहे थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2023 9:30 PM
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पलामू, सैकत चटर्जी. एकता, समता, शांति, सद्भाव और भाईचारे का संदेश देते हुए शहर में भारत के विभिन्न राज्यों से इप्टा के राष्ट्रीय सम्मेलन में पहुंचे कलाकारों ने सांस्कृतिक रैली निकालकर भारत की साझी संस्कृति की झांकी प्रस्तुत की. शहरवासियों को अभिभूत करने वाले इस अभूतपूर्व दृश्य में नगाड़ों की गूंज, मांदर-ढोलक की थाप के साथ ही बैंड की धुन पर थिरकते कलाकार, लोकनृत्य, लोकगीत, जनगीत गाते समूह, लहराते झंडे थामे संस्कृतिकर्मी अपनी कला को प्रदर्शित कर रहे थे. इस सांस्कृतिक रैली में भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक की संस्कृति का नजारा देखने को मिला. इसमें पारंपरिक परिधानों में सबसे आगे नगाड़ा वादकों का दल पूरे वातावरण को गूंजायमान करते हुए चल रहा था. झारखंड इप्टा के साथी पारंपरिक परिधान व वाद्ययंत्रों के साथ लोकगीत व संताली लोकनृत्य प्रस्तुत कर अमन व भाईचारे का संदेश दे रहे थे.

ओडिशा, पंजाब, बंगाल, राजस्थान ने बांधा समां 

झांकी के दौरान ओड़िशा इप्टा का दल ओडिसी नृत्य करते हुए चल रहा था, इनका नृत्य लोगों को खूब भाया. उत्तर प्रदेश इप्टा का दल ढोलक, झांझ और घुंघरुओं की झंकार के साथ धोबिया लोकनृत्य प्रस्तुत करता हुआ चल रहा था. पंजाब के साथी पारंपरिक परिधानों के साथ पंजाबी लोकनृत्यों की झांकी प्रस्तुत कर रहे थे. केरल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, बंगाल, राजस्थान, दिल्ली, मणिपुर, महाराष्ट्र, असम, चंडीगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ सहित सभी राज्यों के कलाकार अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को उद्घाटित करते हुए डाल्टनगंज की गलियों में रैली निकालकर शहर में चल रहे त्रिदिवसीय इप्टा के राष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज किया.

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मीर मुख्यतार अली की सूफियाना प्रस्तुति 

शुक्रवार की शाम सात बजे से मेदिनीनगर के शिवाजी मैदान में बने मंच पर नीलाम्बर पीताम्बर लोक महोत्सव के तहत अंतरराष्ट्रीय सूफी गायक मीर मुख्यतार अली की सूफियाना गीतों की प्रस्तुति हुई. इसके लिए शिवजी मैदान को शानदार ढंग से सजाया गया है. 19 मार्च को लोक गीत गायिका नेहा सिंह राठौर की भी प्रस्तुति होगी. 

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16 मार्च  की शाम को हुआ इंदौर इप्टा का नाटक 

गांधी स्मृति टाउन हॉल में 16 मार्च की शाम को इंदौर इप्टा की ओर से प्रस्तुत नाटक धीरेंद्र मजूमदार की मां का मंचन किया गया.  इसकी मुख्य पात्र फ्लोरा बोस 200 से अधिक नाटकों और फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं. उन्होंने बादल सरकार, इब्राहिम अलकाजी, हबीब तनवीर समेत कई दिग्गज निर्देशकों के साथ काम किया है.  उन्होंने कहा कि यह नाटक विभाजन की त्रासदी और उससे विस्थापित होने वाले लोगों के साथ समकालीन मुद्दों पर तीखे सवाल खड़े करता है. नाटक की प्रस्तुतीकरण में नाटकीय दृश्य संयोजन नहीं के बराबर थे और ये एक स्लोगन नाटक था, पर इसके तीखे और ज्वलंत सवाल दर्शकों तक अपनी बात पहुंचाने में सफल रहे.

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