पलामू में सजा भुगत रहे गैंगस्टर अमन साहू ने जेल अधीक्षक को दी धमकी, फेसबुक पर लिखा ये पोस्ट
सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में मेदिनीनगर केंद्रीय कारा अधीक्षक जितेंद्र कुमार के खिलाफ गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं. कहा गया है कि जेल अधीक्षक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह जेल चला रहे हैं. फेसबुक पर लिखा गया है कि बंदियों को सरकार डाइट देती है.
पलामू के केंद्रीय कारा मेदिनीनगर में बंद कुख्यात अपराधी अमन साहू ने जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार को धमकी दी है. अमन साहू के नाम पर फेसबुक के जरिए जेल अधीक्षक को धमकी दी गई है. जिस अकाउंट से धमकी दी गई है, वह मयंक सिंह के नाम से चलाया जा रहा है. धमकी भरे मैसेज में कहा गया है कि जेल से जो कमाई हुई है, समय आने पर आपसे हम जोड़कर वसूल कर लेंगे. बस थोड़ा समय का इंतजार करिए. एक साल पहले भी अमन साहू ने पलामू के जेल अधीक्षक को धमकी दी थी. यह दूसरी बार है, जब गैंगस्टर ने जेल अधीक्षक को धमकी दी है. नवंबर 2022 में भी अमन केंद्रीय कारा मेदिनीनगर में बंद था. इस दौरान उसने जेल अधीक्षक को मयंक के मोबाइल से धमकी दी थी. फेसबुक मयंक सिंह के नाम से चल रहा है. उसमें ब्रैकेट में अमन साहू लिखा है.
मेदिनीनगर जेल अधीक्षक पर लगाए गंभीर आरोप
सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में मेदिनीनगर केंद्रीय कारा अधीक्षक जितेंद्र कुमार के खिलाफ गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं. कहा गया है कि जेल अधीक्षक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह जेल चला रहे हैं. फेसबुक पर लिखा गया है कि बंदियों को सरकार डाइट देती है. डाइट स्केल का 50 प्रतिशत जेल के सप्लायर की मदद से बेच दिया जाता है. जो पैसेवाले बंदी हैं, वे जेल के कैंटीन से खरीदकर खाना खाते हैं. यह कैंटीन भी बिना नियम-कानून के जेल अधीक्षक अपने चहेते बंदी से चलवा रहा है.
जेल अधीक्षक पर हर महीने 10 लाख कमाने का आरोप
कथित तौर पर अमन साहू ने कहा है कि मैं पिछले साल भी इस जेल में करीब दो महीने रहा. उस समय जेल आइजी एवं कोर्ट को इन सारी चीजों की जांच के लिए कई बार आवेदन दिया. मेरे एक भी आवेदन को जेल आइजी एवं कोर्ट तक पहुंचने नहीं दिया. उल्टा मुझ पर धमकी देने और स्पेशल सुविधा मांगने का आरोप लगाकर केस कर दिया गया. अमन साहू ने जेल अधीक्षक पर आरोप लगाया है कि हर महीने जेल से 10 लाख रुपए की कमाई कर रहे हैं.
जेल आइजी को दी गयी जानकारी : जेल अधीक्षक
केंद्रीय कारा मेदिनीनगर के जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि अमन साहू ब्लैकमेल करने के लिए हथकंडा अपना रहा है. वह चाहता है कि जेल में सारी सुविधाएं उसे उपलब्ध करा दी जाए. लेकिन, जेल में आम कैदी की तरह ही रहना होगा. मोबाइल की भी सुविधा चाहता है. वह अपने सहयोगियों के माध्यम से फेसबुक पर पोस्ट कर दबाव बनाना चाहता है. लेकिन, जेल मैन्युअल के प्रावधानों के अनुसार ही उसे रहना होगा. जेल अधीक्षक ने बताया कि 24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी में रहता है. जरूरत पड़ेगी, तो सीसीटीवी का फुटेज अधिकारियों को दिखा दिया जायेगा. कुछ दिन पूर्व अमन साहू के द्वारा पांच जिला के सप्लायर के नाम पर भी इस तरह का फेसबुक पर पोस्ट किया गया था. उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी जेल आइजी व वरीय अधिकारियों को दे दी गयी है. दिशा-निर्देश मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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