Palamu News, chital in betla park palamu पलामू : पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क में चीतल की संख्या तेजी से बढ़ रही है. वर्तमान समय में बेतला नेशनल पार्क में 6000 से अधिक चीतल हैं. हिरण की एक प्रजाति चीतल पार्क क्षेत्र में अलग-अलग झुंड में चहुंओर दिखायी दे रहे हैं. जबकि हिरण की अन्य प्रजाति बार्किंग डियर, चौसिंगा आदि छिपादोहर पूर्वी व पश्चिमी रेंज में है.
जबकि दक्षिणी प्रमंडल में सांभर की संख्या मौजूद है. वन्य प्राणियों की गणना के क्रम में 2020 में चीतल की संख्या 4000 बतायी गयी है. इस बार अनुमान लगाया जा रहा है कि इनकी संख्या बढ़कर 6000 से अधिक हो गयी है. नर व मादा के अलावा बड़ी संख्या में चीतल के बच्चे दिख रहे हैं. हालांकि अभी सेंसस की प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी है लेकिन विभागीय पदाधिकारियों का दावा है कि पिछले एक वर्ष में इनकी संख्या में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है.
बेतला नेशनल पार्क के इतिहास में इतनी बड़ी संख्या में चीतल को कभी नहीं देखा गया है. चीतल की अधिक संख्या बढ़ने का कारण बेतला नेशनल पार्क में जंगली जानवरों की सुरक्षा को बताया जा रहा है. वहीं लोगों में जागरूकता आने के कारण चीतल की शिकार में कमी आयी है. इसलिए स्वतंत्र रूप से विचरण करते चीतल दिखायी दे रहे हैं. पार्क के किसी भी हिस्से में जाने पर झुंड के झुंड चीतल दिखते हैं.
वन्य प्राणी विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि हिंसक जंगली जानवरों की संख्या में गिरावट आयी है. बाघ जैसे जानवर नहीं होने से चीतल की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. मांसाहारी जानवरों की संख्या घटने पर शाकाहारी जंतुओं की संख्या बढ़ना स्वाभाविक है. हालांकि बेतला नेशनल पार्क में करीब एक दर्जन तेंदुआ होने का दावा किया जा रहा है.
विभागीय पदाधिकारियों का कहना है कि पूरे पीटीआर में 200 से अधिक तेंदुआ मौजूद हैं. रेंजर प्रेम प्रसाद ने कहा कि पार्क के रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. लॉकडाउन के कारण पार्क बंद रहने के बाद सुरक्षा व्यवस्था में और बढ़ोतरी की गयी है. बेतला नेशनल पार्क में चारा व पानी की सुविधा उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ा गया है.
वन्य प्राणियों के संरक्षण और संवर्धन में हो रहा है काम : पलामू टाइगर रिजर्व के उत्तरी डिवीजन के डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ने बताया कि चीतल की संख्या में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी हो रही है. यह बेतला नेशनल पार्क के लिए शुभ संकेत है. अब ऐसा वातावरण बनाया गया है कि चीतल का ठहराव पार्क एरिया में हो रहा है. लोगों में भी जागरूकता आयी है उनका सहयोग मिल रहा है.
Posted By : Sameer Oraon