पांकी विधायक के खिलाफ मनातू प्रखंड के पदाधिकारी एवं कर्मी धरने पर बैठे, DC के आश्वासन पर खत्म हुआ धरना
पलामू जिला अंतर्गत मनातू प्रखंड के पदाधिकारी और कर्मचारियों ने पांकी विधायक डॉ शशिभूषण मेहता के खिलाफ धरने पर बैठे. बीडीओ ने पांकी विधायक पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया. वहीं, पांकी विधायक ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है. इधर, डीसी के आश्वासन के बाद धरना खत्म किया गया.
Jharkhand News: पलामू जिले के मनातू प्रखंड के बीडीओ और सीओ सहित दोनों कार्यालय के कर्मी पांकी विधायक डॉ शशिभूषण मेहता के व्यवहार से क्षुब्ध होकर प्रखंड कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे. इस दौरान पदाधिकारियों एवं कर्मियों ने जिला प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की. धरने की जानकारी मिलते ही डीसी ने पदाधिकारियों से बातकर हर संभव सहयाेग का आश्वासन दिया. डीसी के आश्वासन के बाद धरना खत्म किया गया.
सुरक्षा मुहैया कराने की अपील
इस संबंध में मनातू के प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील प्रकाश ने कहा कि मनातू प्रखंड उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र है. वर्ष 1994 में मनातू के प्रभारी बीडीओ की हत्या हो चुकी है. इसलिए परिवार सहित उन्हें सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक डॉ मेहता एवं उनके लोगों द्वारा आवास में घुसकर उनके साथ दुर्व्यवहार किया.
मनातू थाना प्रभारी को दिया आवेदन
मनातू बीडीओ ने कहा कि घर के अलमीरा में रखे खाली शराब की बोतल को बाहर निकाल कर बीडीओ, सीओ और एमओ को बदनाम करने की कोशिश की गयी. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की. इस संबंध में मनातू थाना प्रभारी को आवेदन दिया गया है.
क्या है मामला
शुक्रवार को पांकी विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने मनातू प्रखंड के बीडीओ पर कार्यालय अवधि में शराब पीने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी. विधायक डॉ मेहता मनातू प्रखंड प्रमुख कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे, लेकिन उस वक्त प्रखंड और अंचल कार्यालय में कोई पदाधिकारी और कर्मी मौजूद नहीं थे. इससे नाराज विधायक डॉ मेहता बीडीओ के आवास गये. विधायक ने आरोप लगाया कि बीडीओ आवास पर जाने पर उन्हें शराब पीते देखा था. इसके विरोध में धरने पर बैठ गये थे.
पांकी विधानसभा में जनता के लिए काम करे पदाधिकारी और कर्मचारी : विधायक
इधर, पांकी विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने कहा कि पदाधिकारी एवं कर्मी एक साजिश के तहत धरना पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि चोरी और सीनाजोरी दोनों बातें नहीं चलेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यालय अवधि में बीडीओ शराब पीकर झूम रहे थे. शराब की बोतल पकड़ी गयी, तो पदाधिकारी अपनी कमियों को छुपाकर इसे दूसरा रूप दे रहे हैं. कहा कि पांकी विधानसभा में किसी की मनमानी नहीं चलने दी जायेगी. पदाधिकारी और कर्मचारी को जनता का काम को करना होगा.
Posted By: Samir Ranjan.