क्रशर मशीन हादसे में दो महिला मजदूरों में एक की मौत, दूसरी की हालत नाजुक, पलामू में मजदूरों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे क्रशर संचालक
Jharkhand News, पलामू न्यूज (राजीव सिन्हा) : झारखंड के पलामू जिले के छतरपुर प्रखंड के डाली गांव में क्रशर में पत्थर डालने के दौरान दो महिला क्रशर के पाटा में फंस गईं, जिससे दिलवर कुंवर की घटना स्थल पर मौत हो गई जबकि रजपतिया देवी का दाहिना हाथ कटकर अलग हो गया. इससे वह बुरी तरह घायल हो गयी. स्थानीय लोगों ने 108 पर फोन कर एम्बुलेंस बुलाकर घायल रजपतिया को पीएमसीएच मेदिनीनगर भेज दिया, जहां उसका इलाज चल रहा है. आपको बता दें कि कई लोगों की मौत के बाद भी क्रशर पर सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा जाता.
Jharkhand News, पलामू न्यूज (राजीव सिन्हा) : झारखंड के पलामू जिले के छतरपुर प्रखंड के डाली गांव में क्रशर में पत्थर डालने के दौरान दो महिला क्रशर के पाटा में फंस गईं, जिससे दिलवर कुंवर की घटना स्थल पर मौत हो गई जबकि रजपतिया देवी का दाहिना हाथ कटकर अलग हो गया. इससे वह बुरी तरह घायल हो गयी. स्थानीय लोगों ने 108 पर फोन कर एम्बुलेंस बुलाकर घायल रजपतिया को पीएमसीएच मेदिनीनगर भेज दिया, जहां उसका इलाज चल रहा है. आपको बता दें कि कई लोगों की मौत के बाद भी क्रशर पर सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा जाता.
प्राप्त जानकारी के अनुसार छत्तरपुर के राजू जायसवाल व बबलू गुप्ता दोनों उक्त क्रशर में पार्टनर हैं. दोनों महिलाएं क्रशर में मजदूरी का काम करती थीं. प्रत्येक दिन की भांति सोमवार को दिलवर कुंवर व रजपतिया देवी क्रशर मशीन में पत्थर डाल रही थीं कि इसी दौरान दोनों की साड़ी क्रशर के पट्टे में फंस गयी जिससे दिलवर कुंवर को मशीन ने अपने लपेटे में ले लिया. जिससे उसका शरीर पीस गया और घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गयी जबकि रजपतिया का दाहिना हाथ पट्टा की चपेट में आने से कटकर अलग हो गया. इसके साथ ही वह दूर जा गिरी. जिससे उसकी जान बच गयी पर उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.
घटना की सूचना पाकर थाना प्रभारी शेखर कुमार ने सशस्त्र बल के साथ घटना स्थल जाकर शव को कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण के लिए मेदिनीनगर भेज दिया. मालूम हो कि छत्तरपुर में सैकड़ों क्रशर है, पर सुरक्षा का ख्याल किसी भी क्रशर पर नहीं रखा जाता है. न तो क्रशर में काम करने वालों को दस्ताने दिये जाते हैं, न ही कोई उपकरण. जिससे आये दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं. अब तक क्रशर की चपेट में आने से सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है.
Posted By : Guru Swarup Mishra