पलामू पुस्तक लोकार्पण समारोह: डॉ जगदीश्वर प्रसाद की रचनाएं मानवतावाद पर आधारित : एससी मिश्र
साहित्यकारों व बुद्धिजीवियों ने डॉ जगदीश्वर प्रसाद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. उनकी रचना समीक्षा के नये आयाम को समाज के लिए लाभप्रद बताया. प्रो एससी मिश्रा ने कहा कि डॉ जगदीश्वर प्रसाद मानवतावादी थे.
रविवार को शहर थाना रोड स्थित गीता भवन परिसर में पुस्तक लोकार्पण समारोह का आयोजन हुआ. झारखंड साहित्य परिषद ने इसका आयोजन किया. समारोह में दिवंगत पलामू के डॉ जगदीश्वर प्रसाद के निबंध संग्रह समीक्षा के नये आयाम पुस्तक का लोकार्पण किया गया. उनकी बड़ी पुत्री पीएन इंटर कॉलेज की सेवानिवृत्त व्याख्याता प्रो दीपशिखा सिन्हा की देखरेख में पुस्तक का लोकार्पण हुआ. समारोह की अध्यक्षता शिक्षाविद प्रो एससी मिश्र ने की. संचालन कवि हरिवंश प्रभात ने किया.
कार्यक्रम में शामिल साहित्यकारों व बुद्धिजीवियों ने डॉ जगदीश्वर प्रसाद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. उनकी रचना समीक्षा के नये आयाम को समाज के लिए लाभप्रद बताया. प्रो एससी मिश्रा ने कहा कि डॉ जगदीश्वर प्रसाद मानवतावादी थे. उनकी रचनाएं मानवतावाद पर आधारित है. उन्होंने छायावाद, भक्तिकाल, रीतिकाल पर आधारित कई पुस्तकें लिखीं. विज्ञान व साहित्य एक सिक्के के दो पहलू हैं. विज्ञान का जहां अंत होता है, वहीं से साहित्य की शुरुआत होती है.
श्रीधर प्रसाद द्विवेदी ने डॉ जगदीश्वर प्रसाद को प्रगतिशील विचारों का समर्थक बताया. प्रो सुधीर प्रसाद ने कहा कि उनकी रचनाओं में साहित्य और विज्ञान का मिश्रण है. अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष बलराम तिवारी ने कहा कि डॉ जगदीश्वर प्रसाद के विचार आज भी प्रासंगिक हैं. उनकी रचनाएं विद्यार्थियों के साथ-साथ समाज के अन्य लोगों के लिए फायदेमंद है. समारोह में रविशंकर पांडेय, डॉ मकबूल मंजर, डॉ विजय प्रसाद शुक्ल, एमजे अजहर, डॉ रामजी सहित कई लोगों ने डॉ जगदीश्वर प्रसाद व उनकी रचनाओं के महत्व पर प्रकाश डाला. मौके पर रमेश पांडेय, मंजीत सिंह, एसके मोहन, महेंद्रनाथ श्रीवास्तव, प्रभाकर शरण, रचिताशरण, सुषमा श्रीवास्तव, डिप्टी मेयर राकेश सिंह उर्फ मंगल सिंह सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.
रिपोर्ट- सैकत चटर्जी