पलामू में पिता ने पार की दरिंदगी की सारी हदें, अपनी ही नाबालिग बेटी की हत्या कर दफनाया
आठ वर्ष पहले आरोपी मथुरा सिंह की पत्नी की मौत बेतला स्थित कमलदह झील में डूबने से हो गयी थी. उसके बाद से वह पुत्री पम्मी कुमारी व 12 वर्षीय पुत्र के साथ रहता था.
पलामू : चैनपुर थाना क्षेत्र के सलतुआ गांव में मथुरा सिंह नामक व्यक्ति ने अपनी 15 वर्षीय पुत्री पम्मी कुमारी की हत्या कर शव को जंगल में दफना दिया. जानकारी के मुताबिक आरोपी अक्सर गांजा के नशे में धुत्त रहता है. ये घटना सोमवार की बतायी जाती है. घटना के बाद से आरोपी फरार है. ग्रामीणों ने इसकी सूचना गुरुवार की शाम चैनपुर थाना को दी. जिसके बाद चैनपुर थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. मजिस्ट्रेट चैनपुर अंचलाधिकारी चंद्रशेखर कुमार की मौजूदगी में सेवरी नदी के समीप कटुवल दह के पास खोदे गये ट्रेंच से शव को निकाला गया.
पलामू पुलिस ने शव को अंत्यपरीक्षण के लिए एमएमसीएच भेज दिया है. थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा शुक्रवार को सूचना मिली. जिसके बाद चौकीदार के माध्यम से छानबीन की गयी. मामला सही पाया गया. पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है. जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
आरोपी नशा का आदी, ससुर की भी हत्या की थी
ग्रामीणों के अनुसार आठ वर्ष पूर्व मथुरा सिंह की पत्नी की मौत बेतला स्थित कमलदह झील में डूबने से हो गयी थी. उसके बाद से वह पुत्री पम्मी कुमारी व 12 वर्षीय पुत्र के साथ रहता था. घटना के दिन पुत्र हलुमाड़ गांव गया था. सलतुआ मुखिया पति हरिद्वार सिंह ने बताया कि घटना सोमवार की रात की है. लेकिन इसकी भनक गांव वालों को नहीं लगी. गुरुवार की शाम ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी. ग्रामीणों ने बताया कि मथुरा सिंह गांजा के नशा में धुत रहता है. वह पूर्व में भी कई बार अापराधिक घटना में जेल जा चुका है. उसने अपनी पुत्री के साथ गलत आचरण किया होगा.
मामला खुलने के डर से उसने धारदार हथियार से पुत्री की हत्या कर रात्रि में शव को दफना दिया. उसके बाद वह घर में ही था. गुरुवार को इसकी चर्चा होने के बाद वह फरार हो गया. बताया जाता है कि आरोपी के घर के आसपास के लोगों ने शव को दफनाने में सहयोग किया है. साथ ही इस मामले को दबाने का भी प्रयास किया गया. ग्रामीणों ने बताया कि मथुरा सिंह का पैतृक आवास सतबरवा थाना के सखुआटांड़ में है. वह करीब 20 वर्ष पूर्व बरवाडीह थाना क्षेत्र के रंगिनिया टांड़ में अपने ससुर की हत्या करने के बाद भागकर यहां आया था. उसके बाद से यहीं रहता है.