अपराध नियंत्रण को लेकर पलामू पुलिस शिकंजा कसने को तैयार, चर्चित गैंग और गुंडों पर गिरेगी गाज
वैसे कांड जो पांच वर्ष से ज्यादा दिनों से लंबित है, उनके निष्पादन के लिए और कार्रवाई पूर्ण करने के लिए संबंधित थाना प्रभारियों को कड़े निर्देश दिए गए है. कहा गया है कि हर हाल में लंबित मामलों का निष्पादन तेजी के साथ करें.
पलामू, सैकत चटर्जी. अपराध नियंत्रण को लेकर पलामू पुलिस ने शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है. साथ ही चर्चित गैंग, गुंडे तथा माफियाओं पर भी नकेल कसने की फुल प्लानिंग की जा रही है. अवैध पत्थर और बालू उत्खनन रोकने को लेकर भी पलामू पुलिस सख्त व ठोस रणनीति बना रही है. मंगलवार को पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में अपराध गोष्ठी कर कई जिले में घटित अपराधों के कई पहलुओं पर चर्चा की गई व कई निर्णय लिए गए. आइए इस रिपोर्ट के जरिए जानते है आखिर पलामू पुलिस ऐसा क्या करेगी जिससे अपराधी सहम जाएंगे और आम जनता राहत की सांस लेगी.
लंबित वारंट की तामील व कुर्की के निष्पादन के लिए बनेगी विशेष टीम
सभी थाना प्रभारियों को यह विशेष टास्क दिया गया है कि अपने-अपने थाना में लंबित वारंट को फौरन तमिल कराकर अपराधियों को पकड़ने का काम किया जाए. इसी तरह कुर्की के आदेश का निष्पादन के लिए भी विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. पुलिस का यह मानना है कि वारंट के तत्काल तामील होने और आदेशानुसार समय से कुर्की होने से अपराधियों के मन में कानून का खौफ पैदा होगा और उनका मनोबल टूटेगा.
हत्याकांडो के उद्भेदन पर रहा एसपी का विशेष जोर
एसपी चंदन कुमार सिन्हा जिले में हुए हत्याकांडों को लेकर काफी गंभीर है, उन्होंने प्रभात खबर से कहा कि हाल के दिनों में जिले में हुए हत्याकांडों को पुलिस तेजी से उद्भेदन करने में सफल हुई है. हत्यारे को या उसके सहयोगियों को पकड़ा गया है. फिर भी हाल में हुए वैसे हत्याकांड जिनका उद्भेदन नहीं हो पाया, उसके उद्भेदन के लिए पुलिस खास कार्ययोजना बना कर काम करेगी. एसपी ने कहा की हत्याकांड का गहरा असर न सिर्फ भुक्तभोगी परिवार बल्कि समाज पर भी पड़ता है. हत्याकांडों का उद्भेदन होने से पुलिस के प्रति समाज का दृष्टिकोण सकारात्मक होता है. पुलिस की यह पहली प्राथमिकता है की ऐसी कांडो का उद्भेदन प्राथमिकता के आधार पर हो.
लंबित मामले को लेकर थाना प्रभारियों को दिया गया कड़ा निर्देश
वैसे कांड जो पांच वर्ष से ज्यादा दिनों से लंबित है, उनके निष्पादन के लिए और कार्रवाई पूर्ण करने के लिए संबंधित थाना प्रभारियों को कड़े निर्देश दिए गए है. कहा गया है की हर हाल में लंबित मामलों का निष्पादन तेजी के साथ करें.
सड़क दुर्घटना को कम करने के उपाय किए जाएंगे
गोष्ठी में माह मार्च एवं अप्रैल 2023 में घटित दुर्घटना के कांडों के कारणों एवं दुर्घटना को कम करने के उपायों पर चर्चा की गई. यह पाया गया की हर क्षेत्र की कुछ अलग अलग समस्या है, इसलिए थाना बार इनकी मॉनिटरिंग करने की बात कही गई.
चर्चित गैंग, गुंडे व माफियाओं पर गिरेगी गाज
पलामू पुलिस अब जिले के चर्चित गैंग, गुंडे व माफियाओं पर नकेल कसने की तैयारी कर रही है. पहले से रडार पर चढ़े गैंग व गुंडों के खिलाफ अब निश्चित करवाई करने की योजना बनाई गई है. इन अपराधियों के विरुद्ध सीसीए, जमानत रद्द करने ,सर्विलांस प्रोसिडिंग खोलने एवं गिरफ्तारी की कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए है. एसपी ने प्रभात खबर को बताया की थाना बार अपराधियों को लिस्ट बनाकर उन्हें खतरनाक, औसत, नए, पुराने आदि वर्ग में वर्गीकृत किया जायेगा. इनके टाइप ऑफ क्राइम और स्टाइल ऑफ क्राइम को भी वर्गीकृत किया जाएगा, इससे इलाके में अपराध होने पर सूची से मिलान करते हुए तेजी से अपराध तक पहुंच सकती है.
अवैध बालू, पत्थर उत्खनन करने वाले होंगे अब टाइट
जिले में अवैध बालू और पत्थर के उत्खनन के करने वालो पर भी विशेष करवाई की करने की योजना बना रही है. इनके विरुद्ध कारवाई में जिला खनन पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को पूर्ण सहयोग देने का निर्देश दिया गया है. पुलिस यह मान रही है की अवैध बालू उत्खनन के कारण इलाके में छूटभईए अपराधियों की संख्या और मनोबल बढ़ी है. इनपर लगाम लगाने के लिए बालू माफियाओं को रोकना जरूरी है.
बहुत दिया गया गुलाब का फूल, अब चेतावनी नहीं कार्रवाई होगी
एसपी ने थाना प्रभारियों को साफ निर्देश दिया है की जिले में ट्रेफिक नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ अब चेतवानी नही सीधे कठोरतम कारवाई करें. उन्होंने कहा की पलामू पुलिस लोगो को गुलाब के फूल देने से लेकर समझाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की लेकिन कुछ लोग अभी भी सामान्य ट्रेफिक नियमों का पालन नहीं कर रहे है. चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट बांधने, दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने जैसे प्राथमिक नियमो का पालन नहीं करना गंभीर मामला है, ऐसे लोगो के खिलाफ अब दंडात्मक करवाई की जायेगी. उन्होंने कहा की अपराध नियंत्रण के साथ साथ सड़क दुर्घटनाओं को रोकना भी पुलिस की प्राथमिकता है.