Jharkhand News: रांची के खेल गांव में आयोजित खेलो इंडिया विमेंस वुशु लीग में पलामू की सात बेटियों ने अपना दमखम दिखाया. खेलो इंडिया विमेंस वुशु लीग में 27 राज्यों के खिलाड़ियों ने भाग लिया. जहां झारखंड का प्रतिनिधित्व करने का मौका पलामू की सात खिलाड़ियों को मिला.
पहली बार वुशु लीग में उतरी पलामू की ये बेटियां
पलामू जिले की बेटियां पहली बार वुशु लीग में उतरीं. जिले की साक्षी वर्मा जूनियर कैटेगरी में खेलते हुए छत्तीसगढ़ की गीतांजलि को हराते हुए सेमीफाइनल राउंड में पहुंची. सेमीफाइनल में साक्षी को राजस्थान की नाजिया खान से कांटे की मुकाबले में 3 प्वाइंट से हार का सामना करना पड़ा. वहीं काजल कुमारी ने भी 52 केजी वेट कैटेगरी से खेलते हुए गुजरात की ट्विंकल राठौड़ को हराते हुए अपनी जगह सेमीफाइनल में बनाई पर अनुभव की कमी के कारण सेमीफाइनल में महाराष्ट्र की दीपशिखा सिंह से सात प्वाइंट से हार गई. आयुषी शौर्य सब जूनियर 36 केजी वेट कैटेगरी में खेलते हुए अपना बेहतर प्रदर्शन दिया. तो वही अनसीखा प्रिया और रिद्धि रानी 38 केजी वेट कैटेगरी से खेलते हुए अपना जगह सेमीफाइनल राउंड तक बनाया. पलामू की ग्रीन वैली इंटरनेशनल स्कूल की दो विद्यार्थियों ने आर्या सिंह और सुप्रिया पांडेय ने भी बेहतर प्रदर्शन किया.
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पलामू में प्रतिभा नहीं संसाधन की है कमी
मौके पर झारखंड वुशु एसोसिएशन के शालेन्द्र पाठक ने कहा कि पलामू झारखंड की बेहतर टीम में से एक है. पर थोड़ी और मेहनत की जरूरत है ताकि खेलो इंडिया जैसे बड़े चैम्पियनशिप में झारखंड के लिए पदक ला सके. उन्होंने कहा कि जिस तरह पहली बार इतनी बड़ी स्पर्धा में भाग लेकर पलामू की खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया है उससे साफ है कि पलामू में प्रतिभा की कमी नहीं है. यहां संसाधन की कमी की वजह से परेशानी हो रही है. बेहतर तैयारी के साथ पलामू आने वाले दिनों में वुशु गेम में पदक की हकदार होगी. पलामू वुशु कोच सुमित वर्मन ने कहा कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने से खिलाड़ियों का मनोवल बढ़ा है. इससे आगे आने वाले दिनों में फायदा होगा.
रिपोर्ट : सैकत चटर्जी, पलामू