दीवाली की रात पलामू एसपी चंदन सिन्हा की दिखी दरियादिली, फूटपाथ के लोगों के बीच मिठाई के साथ बांटी खुशियां
दीवाली की रात पलामू एसपी चंदन सिन्हा और उनकी पत्नी पत्नी समाज कल्याण विभाग की सहायक निदेशक कंचन सिन्हा ने सड़कों पर सो रहे लोगों के बीच दीवाली मनाई. दोनों ने फूटपाथ पर सो रह लाेगों के बीच मिठाई बांटी. फूटपाथ पर सो रहे लोग उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से हैं और भीख मांग कर जीवन चलाते हैं.
सैकत चटर्जी, पलामू
Palamu News: मेदिनीनगर का रेलवे स्टेशन रोड. समय रात के करीब 10 बजे. कुछ दुकानें खुली हुई, ज्यादातर बंद. इक्के दुक्के वाहन का आना जाना. तभी धड़ाधड़ कई पुलिस की गाड़ियां आती हैं और कुछ हथियारबंद जवान तेजी से गाड़ी से निकल कर इधर-उधर पोजिशन लेते हैं. सड़क किनारे करीब 50 की संख्या में बेघर लोग सकते में आ जाते हैं. उन्हें समझ में आ जाता है कि आज वे यहां से भी हटने वाले हैं. तभी एक गाड़ी से बाहर निकलते हैं पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा और उनकी पत्नी समाज कल्याण विभाग की सहायक निदेशक कंचन सिन्हा.
मिठाई के साथ बांटी शुभकानाएं
इसी बीच हथियारबंद पुलिस के जवानों के हाथ में दिखता है मिठाई का डिब्बा. फिर दिखता है मानवीय संवेदना से भरा वो दृश्य जिसे देखकर हर कोई पलामू पुलिस की तारीफ करता है. एसपी के निर्देश पर जवान सड़क किनारे बैठे सभी लोगों को मिठाई देता है और साथ में देता है शुभकामनाएं भी. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के खैराही गांव से आए देवगन, सरजू और उनके परिवार के लोग भी तबतक समझ गए थे ये पुलिस उन्हें उजाड़ने नहीं बल्कि खुशियां बांटने आयी है.
भीख मांग कर गुजारा करता है यह परिवार
देवगन और उनके साथी देश के कई हिस्सों में भीख मांगने जाते हैं. इसबार वे मेदिनीनगर आए हैं. कुछ देर पहले ही ये डफली बजाकर गाना गाकर सड़क पर ही दिवाली मनाकर सड़क किनारे ही सोने की तैयारी कर रहे थे, तभी एसपी चंदन कुमार सिन्हा और उनके साथ पहुंचे पुलिस के जवानों ने उन्हें अहसास कराया कि घर से दूर होकर भी खुशियां मिल सकती हैं. श्री सिन्हा और उनकी पत्नी काफी समय इन बेघरों के साथ बिताया.
यहीं करेंगे छठ पूजा
बातचीत के क्रम में देवगन और उनके साथियों ने बताया कि वे इसी तरह भीख मांगकर यहीं छठ पूजा करेंगे. इस पर एसपी ने उन्हें फिर से सहयोग करने का आश्वासन दिया. उन्होंने थाना प्रभारी को निर्देश दिया की रात को सड़क किनारे रह रहे लोगों को कोई परेशानी नहीं हो इसका ध्यान रखें. प्रभात खबर को उन्होंने बताया की दिवाली से एक दिन पहले रात्रि गश्त के दौरान उन्हें सोनभद्र के इन लोगो के बारे में पता चला था, तभी उन्होंने तय किया था की अपनी पत्नी और जवानों के साथ सड़क किनारे रह रहे लोगों के साथ दिवाली की खुशियां बाटेंगे.