Jharkhand News:झारखंड के पलामू टाइगर रिजर्व में क्यों रुक गया बाघों की गिनती का काम, कितना फीसदी हुआ पूरा
Jharkhand News: पलामू टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मुकेश कुमार ने बताया कि जल्द ही सेंसस के कार्य को शुरू किया जाएगा. वैसे पलामू टाइगर रिजर्व के 80% से अधिक इलाकों में सेंसस का कार्य पूरा कर लिया गया है. बारेसाढ़ के जंगल, बूढ़ा पहाड़ सहित अन्य जंगलों में गिनती किया जाना बाकी है.
Jharkhand News: झारखंड के एकमात्र बाघ आरक्षित पलामू टाइगर रिजर्व (पीटीआर) में बाघ सहित अन्य वन्य प्राणियों की गणना पर रोक लगा दी गयी है. पीटीआर के जंगलों में लगी आग के कारण फिलहाल रोक लगायी गयी है. बताया जा रहा है कि इस बार पीटीआर के अधिकांश जंगलों को क्षति पहुंचा है. जंगल-पहाड़ में धधकती आग कई दिनों तक देखी गयी. पलामू टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मुकेश कुमार की मानें, तो पलामू टाइगर रिजर्व के 80% से अधिक इलाकों में सेंसस का कार्य पूरा कर लिया गया है.
चार वर्ष पर होती है बाघों की गिनती
आग लगने का प्रमुख कारण ग्रामीणों के द्वारा महुआ चुनने के क्रम में सफाई के दौरान लगाई गयी आग है. हालांकि पदाधिकारियों द्वारा दावा किया जा रहा है कि आग पर अंकुश पा लिया गया है. हर चार वर्ष के अंतराल पर होने वाले टाइगर सेंसस (बाघों की गिनती) को इस बार महत्वपूर्ण माना जा रहा है. वैज्ञानिक और उच्च तकनीकी संसाधन का प्रयोग कर इस बार बाघों की गिनती की जा रही है. इसमें एनटीसीए के द्वारा लॉन्च मोबाइल एप्लीकेशन एम-स्ट्राइप्स (मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर टाइगर इंटेंसिव प्रोटक्शन एंड इकोलॉजिकल स्टेटस) एप व कैमरा ट्रैप आदि शामिल हैं. जंगलों में आग लगने के कारण उपकरणों के नष्ट होने की आशंका थी. इस कारण पीटीआर प्रबंधन के द्वारा टाइगर सेंसस का कार्य रोक दिया गया है.
Also Read: झारखंड का देवघर एयरपोर्ट : बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने हाईकोर्ट में दायर की अवमानना याचिका
80 फीसदी से अधिक कार्य पूरा
पलामू टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मुकेश कुमार ने बताया कि जल्द ही सेंसस के कार्य को शुरू किया जाएगा. वैसे पलामू टाइगर रिजर्व के 80% से अधिक इलाकों में सेंसस का कार्य पूरा कर लिया गया है. बारेसाढ़ के जंगल, बूढ़ा पहाड़ सहित अन्य घने जंगलों में वन्य प्राणियों की गिनती का कार्य किया जाना है. उन्होंने बताया कि इस कार्य को करने के लिए टीम के सभी लोग सक्रिय हैं. जानकारी के अनुसार 1129 वर्ग किलोमीटर में स्थित पलामू टाइगर रिजर्व में बाघों की गिनती के लिए 509 लोकेशन में 500 कैमरा ट्रैप के साथ-साथ 400 प्रशिक्षित टाइगर ट्रैकर व अन्य वन कर्मियों को लगाया गया है. गणना का कार्य पिछले वर्ष अक्टूबर में शुरू किया गया था.
Also Read: Jharkhand News: फीफा अंडर 17 महिला वर्ल्ड कप के इंडिया कैंप के लिए झारखंड की 7 फुटबॉलरों का चयन
रिपोर्ट : संतोष कुमार