पलामू हिंसा : चार दिनों के बाद पांकी में कैसे हैं हालात, शांति समिति की बैठक में क्या हुआ तय ?
पलामू हिंसा के चार दिनों के बाद रविवार को पांकी में जिला प्रशासन, विधायक, विभिन्न राजनीतिक दलों के अलावा दोनों समुदायों के लोगों के साथ शांति समिति की बैठक की गयी. लोगों की राय पर इसमें कई निर्णय लिए गए. निर्णय के आलोक में रविवार को शाम से पांकी में बंद दुकानों को खोलने का आदेश दिया गया.
पलामू, सैकत चटर्जी. झारखंड के पलामू जिले के पांकी में 15 फरवरी को दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के चार दिनों के बाद रविवार से धीरे-धीरे आम जनजीवन पटरी पर लौट रहा है. एक तरफ जहां चार दिनों से बंद इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी, वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन द्वारा बंद दुकानों को भी खोलने की इजाजत दी गयी. सोमवार से शाम छह बजे बाजार की दुकानें बंद कर दी जाएंगी. सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. पांकी चौक पर कभी भी तोरणद्वार नहीं लगाया जाएगा. शांति समिति की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए.
शाम छह बजे बंद होंगी दुकानें
हिंसा के चार दिनों के बाद रविवार को पांकी में जिला प्रशासन, विधायक, विभिन्न राजनीतिक दलों के अलावा दोनों समुदायों के लोगों के साथ शांति समिति की बैठक की गयी. लोगों की राय पर इसमें कई निर्णय लिए गए. निर्णय के आलोक में रविवार को शाम से पांकी में बंद दुकानों को खोलने का आदेश दिया गया. यह भी कहा गया कि आम लोगों की सुविधा के लिए आज दुकानें खोल कर जल्दी बंद कर दी जाए. सोमवार से दुकानें शाम छह बजे बंद कर दी जाएंगी. यह स्थिति अगले आदेश तक बरकरार रहेगी.
सोशल मीडिया पर रहेगी निगरानी
बैठक में तय किया गया कि इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी है, लेकिन घटना को लेकर सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की आपत्तिजनक पोस्ट नहीं डाला जाए. ऐसा करने पर कठोर कार्रवाई की जायेगी. पुलिस अभी भी सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी हुई है. पुलिस आईटी सेल के विशेषज्ञों की एक टीम इस पर काम कर रही है.
मीडिया से की गयी अपील
शांति समिति की बैठक में मीडिया से भी भड़काऊ शब्दों का इस्तेमाल कर समाचार प्रसारित न करने की अपील की गयी है. साथ में तस्वीर व वीडियो साझा करने में भी सावधानी बरतने को कहा गया है. आगे से किसी भी अप्रिय घटना से बचने व सावधानी के लिए पांकी के मुख्य चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे. उपायुक्त ने शहर के व्यवसायियों से अपनी दुकानों में भी सीसीटीवी कैमरा लगाने की अपील की. उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है. चौक-चौराहों पर जो सीसीटीवी कैमरे लगेंगे, उसका संचालन व निगरानी पांकी थाना से किया जाएगा.
मस्जिद चौक पर अब कभी नहीं बनेंगे तोरणद्वार
बैठक में निर्णय लिया गया कि पांकी के मस्जिद चौक सहित कोई भी धार्मिक संवेदनशील इलाके में कभी भी किसी तरह के तोरणद्वार नहीं लगाए जाएंगे. अक्सर ऐसी जगहों पर किसी द्वार या अन्य अस्थाई चीजों का बनना झगड़े का कारण बनता है, जो बाद में हिंसक झड़प में बदल जाता है. पलामू जिला प्रशासन को ओर से उपायुक्त ए डोड्डे ने पांकीवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की. लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देने के लिए कहा. एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि किसी भी तरह की अफवाह की जानकारी होने पर तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें. अफवाहों को अन्य के पास साझा न करें.
कुछ लोगों के कारण पांकी हुआ बदनाम
पांकी विधायक कुशवाहा डॉ शशिभूषण मेहता ने कहा कि कुछ लोगों की गलत हरकत के कारण पूरा इलाका बदनाम होता है और सभी को कष्ट झेलना पड़ता है. समाज में नकारात्मकता फैलाने वालों का बहिष्कार जरूरी है. पांकी के दोनों समुदायों की जनता ने मामले को सुलझाने में जिस तरह से धीरज का परिचय दिया है, वह सराहनीय है. शांति समिति की बैठक में आईपीएस इंद्रजीत महथा, प्रियदर्शी आलोक, श्रीकांत विसफुटे, पांकी के पूर्व विधायक बिट्टू सिंह, पूर्व प्रत्याशी लाल सूरज, मुमताज खान, रामदेव प्रसाद यादव, एसडीओ राजेश कुमार साह, एनडीसी शैलेश सिंह, लवली गुप्ता समेत कई अधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थित थे.