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पलामू हिंसा: महाशिवरात्रि पर टूटी परंपरा, पांकी में नहीं निकली शिव बारात, MP सुनील सिंह ने बताया प्रशासनिक चूक

चतरा सांसद सुनील सिंह व पांकी विधायक शशिभूषण मेहता अपने-अपने समर्थकों के साथ पांकी मंदिर पहुंचे थे, लेकिन प्रशासन ने बाहर ही उनके समर्थकों को रोक दिया. बाद में काफी देर वार्ता के बाद चार लोगों के साथ विधायक को मंदिर में पूजा-अर्चना करने की इजाजत दी गयी. सांसद ने चार लोगों के साथ पूजा-अर्चना की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2023 6:10 PM
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पलामू, सैकत चटर्जी. पलामू के पांकी में 15 फरवरी को दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के बाद से चौथे दिन भी धारा 144 लागू है. इंटरनेट बंद है. हालांकि स्थिति सामान्य है. पुलिस पूरी तरह चौकस है. इसके बाद भी यहां वर्षों की पुरानी परंपरा कायम नहीं रह सकी. शिव बारात नहीं निकाली जा सकी. पांकी सहित आसपास के इलाके में महाशिवरात्रि के अवसर पर लगने वाले मेले नहीं लगे. पांकी के शिव मंदिर में एक साथ मात्र पांच लोगों को ही पूजा के लिए अंदर जाने की अनुमति दी गयी. महाशिवरात्रि के अवसर पर लगभग नहीं के बराबर श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पांकी की निंदनीय घटना के बाद राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. ये प्रशासनिक चूक है. उसे छिपाने के लिए ये सब हो रहा है.

सांसद व विधायक को भी मंदिर जाने से रोका गया

चतरा सांसद सुनील सिंह व पांकी विधायक शशिभूषण मेहता अपने-अपने समर्थकों के साथ मंदिर पहुंचे थे, लेकिन प्रशासन ने बाहर ही उनके समर्थकों को रोक दिया. बाद में काफी देर वार्ता के बाद चार लोगों के साथ विधायक को मंदिर में पूजा-अर्चना करने की इजाजत दी गयी. सांसद ने चार लोगों के साथ पूजा-अर्चना की.

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सांसद ने कही प्रशासनिक चूक छुपाने की बात

चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पांकी की निंदनीय घटना के बाद राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. पांकी में जिस तरह से घटना घटी है, उससे साफ है कि कहीं न कहीं प्रशासनिक चूक हुई है. अब उसे छिपाने के लिए ये सब हो रहा है. लोगों को मंदिर जाने से रोका जा रहा है. विधायक ने कहा कि कई वर्षों के बाद पांकी में शिव बारात नहीं निकली है. यह मायूस करने वाला है.

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मीडियाकर्मियों को भी मंदिर जाने से रोका गया

सांसद व विधायक के मंदिर आने की खबर पर वहां कई मीडियाकर्मी भी पहुंचे, लेकिन प्रशासन ने मीडियाकर्मियों को परिसर के बाहर ही रोक दिया. ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल का साफ कहना था कि मंदिर प्रांगण के बाहर से समाचार संकलन करना है, इसके अंदर घुसने को इजाजत नहीं दी जा सकती. इलाके के माहौल को देखते हुए घटना के चौथे दिन भी कड़ी सुरक्षा रखी जा रही है. पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. रैप के जवान व महिला पुलिस बल भी अलग-अलग टुकड़ियों में तैनात हैं.

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19 फरवरी को इंटरनेट सेवा बहाल होने की उम्मीद

पांकी की घटना में सुरक्षा के दृष्टिकोण से पिछले चार दिनों से पलामू में इंटरनेट सेवा उपलब्ध नहीं है. उम्मीद की जा रही है कि 19 फरवरी से इंटरनेट सेवा बहाल हो जायेगी. इधर, इंटरनेट सेवा नहीं रहने से बैंकिंग, रेलवे टिकट व अन्य कई जरूरी सेवाओं पर प्रतिकूल असर पड़ा है. नेट बैंकिंग नहीं होने से बाजार की खरीद-बिक्री में भी काफी परेशानी हो रही है. कुछ निजी कंपनी के कर्मचारी बेतला व गढ़वा बॉर्डर पर पेड़ के नीचे अस्थाई कार्यालय बनाकर काम कर रहे हैं.

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