नयी दिल्ली स्थित विज्ञान भवन के सभागार में 17 से 21 अप्रैल तक आयोजित राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार सप्ताह में पलामू जिप उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह उर्फ टुटू सिंह को सम्मानित किया जायेगा. पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पंचायतों को उनकी स्वीकार्यता बढ़ाने व प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न श्रेणियों में आयोजित राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के लिए इस बार पलामू का भी चयन किया गया है.
झारखंड पंचायती राज विभाग की निदेशक निशा उरांव ने इससे संबंधित पत्र जारी किया है. झारखंड के लोहरदगा से चार व पलामू, खूंटी, रांची, दुमका, धनबाद व चतरा से एक-एक व्यक्ति को चुना गया है. निदेशक ने पत्र में कहा है कि सभी प्रतिभागियों की नोडल पदाधिकारी सुष्मिता लाली केरकेट्टा होंगी. उनके आने-जाने के लिए टिकट की व्यवस्था विभाग करेगी.
सतत विकास लक्ष्यों का स्थानीयकरण के नौ विषयों को लेकर ढाई लाख से ज्यादा ग्राम पंचायतों ने ऑनलाइन नामांकन कराया था. सभी पंचायतों को निर्धारित अंक के अनुसार रेटिंग करने के बाद पुरस्कार के लिए चयन किया गया है. पलामू जिला परिषद के अधीन पंचायतों के विकास के लिए बहुत सारे कार्य किये गये हैं. जल पर्याप्त गांव, कुशल व आत्मनिर्भर गांव, गरीबी उन्मूलन आदि के तहत पंचायतों में विकास कार्य चलाये गये हैं.
इनके कुशल संचालन में जिला परिषद के पदाधिकारियों व जिप उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह की खास भूमिका रही है. जिप उपाध्यक्ष ने बताया कि केंद्रीय पंचायती राज विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन नामांकन में बेहतर करनेवाले को ही पुरस्कृत किया जाता है.
सभी पंचायतों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और केंद्र सरकार के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलते हुए गांवों का सर्वांगीण और सतत विकास करना है. पलामू जिला को पुरस्कार के लिए चुने जाने पर जिप उपाध्यक्ष ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में नौ एलएसडीजी से संबंधित लक्ष्यों की प्राप्ति में तेजी लाने में मदद मिलेगी. पलामू के लिए यह गर्व की बात है.