Parshuram Jayanti 2022: परशुराम जयंती पर भव्य आयोजन, झारखंड के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने दिया ये आश्वासन
Parshuram Jayanti 2022: दीपक तिवारी के नेतृत्व में राष्ट्रीय परशुराम सेना युवा वाहिनी के प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर से मुलाकात कर परशुराम जन्मोत्सव में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया. इस दौरान मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने समारोह में शामिल होने का आश्वासन दिया.
Parshuram Jayanti 2022: राष्ट्रीय परशुराम सेना युवा वाहिनी के द्वारा भगवान परशुराम की जयंती का भव्य आयोजन 3 मई को किया जायेगा. इसकी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. पलामू जिले के मेदिनीनगर के रेड़मा स्थित ठाकुरबाड़ी में परशुराम जयंती मनायी जायेगी. संरक्षक दीपक तिवारी के नेतृत्व में राष्ट्रीय परशुराम सेना युवा वाहिनी के प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर से मुलाकात कर परशुराम जन्मोत्सव में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया. इस दौरान मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने समारोह में शामिल होने का आश्वासन दिया.
परशुराम जयंती में शामिल होने का आश्वासन
झारखंड के पलामू जिला मुख्यालय के रेड़मा स्थित प्राचीन ठाकुरबाड़ी मंदिर में मंगलवार को होने वाले भगवान परशुराम जयंती समारोह में शोभायात्रा, झांकी समेत सभी कार्यक्रमों से मंत्री मिथलेश ठाकुर को अवगत कराया गया. इसमें पलामू प्रमंडल के परशुराम वंशज शामिल होंगे. प्रमंडल भ्रमण करके जन्मोत्सव में सहभागिता के लिए जनमानस को आमंत्रित करने के लिए मंत्री मिथलेश ठाकुर ने युवा वाहिनी की प्रशंसा की एवं जन्मोत्सव को भव्यता प्रदान करने के लिए बधाई दी. मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि भगवान परशुराम की जयंती को प्रासंगिक बनाने की जरूरत है. धरती पर आज भी उनकी मौजूदगी को महसूस किया जाना चाहिए. भगवान परशुराम का जीवन धराधाम को संरक्षित करने में लगा है. मंत्री श्री ठाकुर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि वह जयंती समारोह में जरूर भाग लेंगे.
शस्त्र एवं शास्त्र की उपयोगिता पर जोर
संरक्षक मुकेश तिवारी ने बताया कि भगवान परशुराम को न्याय का देवता यूं ही नहीं माना जाता है. उन्होंने अपने जीवन में संसार का संरक्षण करने के लिए शस्त्र एवं शास्त्र की उपयोगिता पर बल दिया था. वाहिनी के जिला संरक्षक सह दीपक तिवारी ने मंत्री श्री ठाकुर को बताया कि रेड़मा ठाकुरबाड़ी मंदिर से लेकर शीतला मंदिर तक भव्य शोभायात्रा एवं झांकी निकाली जाएगी. भगवान परशुराम अपने वंशजों के ही नहीं, बल्कि समस्त सनातनी के देवता हैं. उनके जन्मोत्सव को पारंपरिक एवं पावन बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा. जनमानस को प्रभु परशुराम की तरह शस्त्र एवं शास्त्र का ज्ञान एवं बोध होना चाहिए, ताकि प्रकृति का संतुलन बना रहे. इस दौरान पलामू जिलाध्यक्ष अमित तिवारी, उपाध्यक्ष आशुतोष तिवारी, सचिव मधुकर शुक्ला, राकेश तिवारी सहित वाहिनी के कई सदस्य शामिल थे.
रिपोर्ट : अजीत मिश्रा