कचरे के ढेर व पानी के दबाव से नहर के तटबंध को खतरा

भीम बराज में बाढ़ के पानी को सीधे नदी में नहीं बहाने के कारण उपजी समस्या

By Prabhat Khabar News Desk | August 2, 2024 9:25 PM

मोहम्मदगंज. भीम बराज से निकली कोयल मुख्य नहर में कई पुलिया के खंभों के समीप कई टन कचरे व कीचड़ का ढेर जमा हो गया है. ऐसा इस बार बराज के ऊपरी हिस्से में आयी बाढ़ के पानी को समय पर गेट को खोलकर कचरा को सीधे नदी में नहीं बहाने के कारण हुआ है. इसे नदी में शील्ड बहाने की प्रक्रिया कहते हैं. यह स्थिति चालू मौसम में फसल की सिंचाई के दौरान नहर में बराज का पानी छोड़े जाने के साथ जमा हो गया है. अभियंताओं ने कचरा जमा होने से कई जगह तटबंध को नुकसान होने की आशंका जतायी है. नहर में पानी छोड़े जाने के साथ कचरे का ढेर मोहम्मदगंज स्टेशन रोड के मुख्य पथ पर बने कोयल नहर पुल, आरडी संख्या 8.39 व शिलापर गांव के समीप प्रखंड जाने वाले रास्ते में कोयल नहर पुल के समीप आरडी संख्या 4.69 के पास पानी में जमा है. इस जगह कचरे के ढेर पर चढ़ कर नहर के दूसरे किनारे तक जाने में कचरा हिलता तक नहीं. नहर की देखभाल व सुरक्षा में लगे कनीय अभियंता राकेश रंजन ने स्थानीय मजदूर व मल्लाहों के सहयोग से कचरे को ढेर को हटाने व नहर के पानी के साथ बहाने के प्रयास में शुक्रवार से लगे हैं. उन्होंने बताया कि कोयल नदी में पलामू की कई नदियों के पानी के साथ कचरा, शैवाल में फंसे कीचड़ का ढेर पहले बराज के पानी में जमा हुआ. मुख्य गेट से नदी में नहीं बहाये जाने के कारण इस वर्ष यह स्थिति बनी है. इस स्थिति से पानी के बहाव के साथ नहर के तटबंध पर दबाव बढ़ने लगता है. हर साल बराज में जमे कचरे व शैवाल को सीधा नदी में बहाने के बाद ही नहर में पानी छोड़ा जाता है. कचरा का भार व पानी का दबाव से तटबंध टूट सकता है. तटबंध को बचाने के लिए विभाग ने पहल शुरू की है.

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