पिपरा प्रमुख की कुर्सी बरकरार
तीन चौथाई सदस्य नहीं पहुंचे, अविश्वास प्रस्ताव गिरा
हरिहरगंज. पिपरा प्रखंड में विगत कई महीने से प्रमुख पद की कुर्सी को लेकर चल रही खींचतान शुक्रवार को समाप्त हो गयी. एक बार फिर प्रमुख की कुर्सी बच गयी. पिपरा प्रखंड प्रमुख के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन को लेकर छतरपुर एसडीओ हीरा कुमार तथा पिपरा बीडीओ पारितोष प्रियदर्शी की अोर से प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी थी. सुरक्षा का भी इंतजाम पिपरा थाना द्वारा किया गया था. लेकिन सदस्यों की कम उपस्थिति के कारण चुनाव निरस्त हो गया. एसडीओ ने बताया कि निर्धारित समय तक प्रखंड प्रमुख चुनाव के लिए कुल सदस्यों में से तीन चौथाई उपस्थित नहीं हो सके. जिस कारण चुनाव को एक साल तक के लिए निरस्त कर दिया गया है. इसके बाद प्रमुख विक्रांत सिंह यादव उर्फ गुड्डू यादव की कुर्सी बरकरार रह गयी. मालूम हो कि प्रखंड प्रमुख विक्रांत सिंह यादव उर्फ गुड्डू यादव किसी केस के सिलसिले में अभी जेल में बंद हैं. उधर अविश्वास प्रस्ताव में शामिल तेंदुई पंचायत समिति सदस्य स्वाति सिंह, मधुबाना पंसस जनेश्वर रजवार, दलपतपुर पंसस सह उप प्रमुख ममता देवी, सरैया पंसस दिनेश पासवान, विधायक प्रतिनिधि राजन सिंह तथा सांसद प्रतिनिधि ईश्वरी पांडेय ने कहा कि प्रशासनिक षडयंत्र के तहत प्रमुख की कुर्सी बचायी गयी है. इस मामले को लेकर कोर्ट में जायेंगे. ब्लॉक स्तर पर मुखिया प्रतिनिधि का चयन नहीं होना भी पदाधिकारी की विफलता का कारण है. जिसका खामियाजा पूरे पिपरा प्रखंड के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. इसे लेकर आगे भी लड़ाई जारी रहेगी.
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