पुलिस ने स्टेशन से उठाया था मानदेव व राजेंद्र भुइयां को
राजेंद्र भुइयां पर उग्रवादियों से सांठ-गांठ का शक
मोहम्मदगंज.
तीन दिन पूर्व मोहम्मदगंज रेलवे स्टेशन से हुसैनाबाद पुलिस ने माहुर गांव के मानदेव राम व हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के नासो जमालपुर गांव के फटहा टोला के राजेंद्र भुइयां को उठाया था. स्टेशन से बाहर निकलने के क्रम में पुलिस ने पहले मानदेव को पकड़ा. उसके बाद राजेंद्र को कब्जे में लिया. आरोप है कि पकड़ने का कारण पूछने पर पीटने की धमकी दी गयी. फिर एक बोलेरो से हुसैनाबाद ले जाकर थाने में रखा गया. 23 अप्रैल को इंटरसिटी एक्सप्रेस से उतरने के साथ ही पुलिस ने दोनों को बारी-बारी से कब्जे में लिया था. तीन दिनों तक पूछताछ के बाद मानदेव को गुरुवार की शाम छोड़ दिया गया. वहां से वह मोहम्मदगंज में आकर रात्रि में रुका. सुबह होने पर अपने घर पहुंचा. मानदेव ने बताया कि पुलिस ने उसे एक सादे कागज पर हस्ताक्षर कराने के बाद छोड़ा है, जबकि राजेंद्र भुइयां को अब भी पुलिस ने कब्जे में रखा है. उसके परिजन परेशान हैं. मानदेव ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद दोनों को पुलिस जिला मुख्यालय भी ले गयी थी. वहां से आने के बाद उसे घर जाने की इजाजत मिली. शुक्रवार को उसके ससुराल हुसैनाबाद में नारायण राम के पुत्र का तिलक है. जिसमें वह शामिल होने के लिए ही महाराष्ट्र के सिकंदराबाद से चला था. लेकिन मोहम्मदगंज स्टेशन पर उतरते ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया. मालूम हो कि तीन दिन तक दोनों का पता नहीं चलने पर उनके परिजनों ने गुरुवार को मोहम्मदगंज थाना में आवेदन दिया था. इसके बाद ही दोनों के लापता होने का मामला सामने आया. हुसैनाबाद पुलिस को राजेंद्र भुइयां पर उग्रवादियों से सांठ-गांठ रखने का शक है. इस आरोप में मोबाइल ट्रेस के सहारे उसकी गिरफ्तारी की गयी है. जानकारी के अनुसार पुलिस हुसैनाबाद के महूदंड क्षेत्र से अन्य कई लोगों को भी गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है