पलामू-चतरा की सीमा पर सुरक्षा बलों की टीएसपीसी उग्रवादियों से मुठभेड़, आधे घंटे तक होती रही गोलीबारी

चतरा जिले कुंदा थाना क्षेत्र के अनगड़ा जंगल में मुठभेड़ हुई. पुलिस एवं सुरक्षा बलों की टीम एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए निकली थी. ऑपरेशन में जिला पुलिस बल के अलावा सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) और जगुआर के जवान भी इस टीम में शामिल थे.

By Mithilesh Jha | January 15, 2024 2:17 PM
an image

झारखंड के पलामू-चतरा सीमावर्ती इलाके में तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) उग्रवादियों की मकर संक्रांति के दिन मुठभेड़ हो गई. चतरा जिले के कुंदा थाना क्षेत्र के जंगल में हुई मुठभेड़ में दोनों ओर से आधे घंटे तक जमकर फायरिंग हुई. पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी फायरिंग करते हुए जंगल में भाग गए. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने इलाके को सील करके सर्च ऑपरेशन लांच कर दिया है. साथ ही मुठभेड़ स्थल पर हुए नुकसान का आकलन भी किया जा रहा है. पुलिस सूत्रों ने बताया है कि सुरक्षा बलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. किसी के हताहत होने की भी सूचना अभी तक नहीं है. बताया जा रहा है कि उग्रवादियों के पास कई सामान थे, जिसमें से कुछ वे अपने साथ लेकर चले गए, जबकि कुछ सामान छोड़कर उन्हें भागना पड़ा. पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से राइफल समेत कई सामग्री बरामद की है. हालांकि, आधिकारिक रूप से पुलिस ने इसके बारे में कुछ भी नहीं बताया है. न ही बरामद किए गए सामानों की लिस्ट ही जारी की गई है.


चतरा के अनगड़ा जंगल में पुलिस-उग्रवादियों के बीच मुठभेड़

विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि चतरा जिले कुंदा थाना क्षेत्र के अनगड़ा जंगल में मुठभेड़ हुई. पुलिस एवं सुरक्षा बलों की टीम एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए निकली थी. ऑपरेशन में जिला पुलिस बल के अलावा सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) और जगुआर के जवान भी इस टीम में शामिल थे. जब यह टीम ऑपरेशन चला रही थी, तभी टीएसपीसी के रीजनल कमांडर आक्रमण और सबजोनल कमांडर शशिकांत दस्ते के साथ उनकी मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ के दौरान हथियार व नक्सली साहित्य छोड़कर उग्रवादियों को भागना पड़ा.

Also Read: झारखंड: सुरक्षा बलों की भाकपा माओवादी से मुठभेड़, 300 राउंड चलीं गोलियां, नक्सली कैंप ध्वस्त

Exit mobile version