अन्याय व अत्याचार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए कचहरी में धरना के बाद डीसी को सौंपा ज्ञापनफोटो 3 डालपीएच-4,8 प्रतिनिधि, मेदिनीनगर बांग्लादेश में सनातन धर्मावलंबियों के उपर लगातार अत्याचार हो रहा है. इसके खिलाफ मंगलवार को सर्वसनातन समाज ने जन आक्रोश मार्च निकाला. शहर के सुदना गायत्री मंदिर रोड से जन आक्रोश मार्च शुरू हुआ. इसमें शामिल लोग बांग्लादेश में शांति बहाल करने, अत्याचार को रोकने सहित अन्य मांगों को लेकर नारेबाजी कर रहे थे. आक्रोश मार्च में शामिल लोग अपने हाथों में तख्ती लेकर चल रहे थे. आक्रोश मार्च सुदना ओवरब्रिज से साहित्य समाज चौक, शहीद भगत सिंह चौक, छहमुहान, शहीद चौक होते हुए कचहरी परिसर पहुंचा. इसके बाद धरना सभा शुरू हुआ. इसका संचालन नवीन कुमार सहाय ने किया. सर्वसनातन समाज के लोगों ने बांग्लादेश की वर्तमान हालत पर गहरी चिंता जतायी. मुख्य वक्ता गोपाल जी ने कहा कि बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथियों के द्वारा अल्पसंख्यक सनातन समाज के लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है. हिंदुओं के मठ मंदिर, सिक्ख समाज के गुरुद्वारा को तोड़ा जा रहा है.महिलाओं पर अमानवीय तरीके से अत्याचार किया जाना चिंताजनक है. वहां की सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. बांग्लादेशी सनातनियों के द्वारा आत्मरक्षा को लेकर लोकतांत्रिक तरीके से उठाये गये आवाज को दबाने के लिए जुल्म अत्याचार किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में सभी इस्लामिक देश एवं मानवाधिकार संगठन इस विषय पर मौन है. पांकी विधायक कुशवाहा डॉ शशिभूषण मेहता ने कहा कि अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार किया जाना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है.बांग्लादेश की सरकार को चाहिए कि उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करें और शांति बहाल करें. डालटनगंज विधायक आलोक चौरसिया ने कहा कि अन्याय व अत्याचार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. धरना सभा में निगम की पूर्व मेयर अरुणा शंकर, पूर्व डिप्टी मेयर राकेश सिंह उर्फ मंगल सिंह, दिनेश कश्यप, सत्येंद्र, अमितेश्वर दयाल, इस्कॉन के संजय पांडेय, अरविंद सिंह, गायत्री शक्ति पीठ के अंबिका सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष अमित तिवारी, सिक्ख समाज के इंद्रजीत सिंह डिंपल ने बांग्लादेश की स्थिति को अराजक बताया. कहा कि बांग्लादेश में शांति का वातावरण तैयार हो इसके लिए भारत के अलावा अन्य देशों को भी सार्थक पहल करनी चाहिए. बांग्लादेशी सनातनियों के समर्थन में पलामू के लोग एकजुट हैं. धरना सभा के बाद राष्ट्रपति के नाम पलामू डीसी को ज्ञापन सौंपा गया.इसके माध्यम से बंगला देश में शांति बहाल करने एवं इस्कॉन के सन्यांसी चिन्मय कृष्ण दास को कारावास से मुक्त कराने के लिए केंद्र सरकार से पहल करने की मांग की गयी.मौके पर विजयानंद पाठक,कालिंद्र सिंह, संदीप दास, पंकज जायसवाल, धर्मेद्र उपाध्याय, शिवकुमार मिश्रा, सुरेद्र विश्वकर्मा, हिमांशु पांडेय, ज्ञांति देवी, किरण देवी, वशिष्ट नारायणा चार्य, चंद्रकांत सिंह, रागिनी, मधु चौबे, पिंकी सहित काफी संख्या में लोग शामिल थे.
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