पलामू के चैनपुर प्रखंड में 11 वर्षों में शुरू नहीं हो सकी पूर्वाडीहा जलापूर्ति योजना, मंत्री ने रखी थी आधारशिला
पलामू को चैनपुर प्रखंड में एक करोड़ 43 लाख रुपये से निर्मित जलमीनार ठप पड़ा हुआ है. इस जलमीनार की आधारशिला 2013 में तत्कालीन मंत्री के एन त्रिपाठी ने रखी थी. लेकिन 11 वर्षों में यह अबतक बनकर तैयार नहीं हुआ है.
पलामू जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के पूर्वडीहा में करीब एक करोड़ 43 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना करीब ग्यारह वर्ष बीत जाने के बाद भी शुरू नहीं हो सकी है. 2013 में करीब छह हजार की आबादी वाले इस गांव में जलापूर्ति के लिए तत्कालीन मंत्री केएन त्रिपाठी नें इस योजना की आधारशिला रखी थी . इस योजना के तहत कोयल नदी से पानी लाकर ग्रामीणों के बीच पेयजल आपूर्ति किया जाना था. इसके लिए यह जलमीनार बनकर तैयार है.इसमें जलापूर्ति के लिए आवश्यक उपकरण भी लगाये गये हैं .जो बिना उपयोग के ही देखरेख के अभाव खराब हो रहे हैं. पूर्वडीहा में गर्मी के दिनों में पानी की समस्या काफी बढ जाती है.
क्या कहते हैं लोग
ग्रामीण दिनेश दूबे, कृष्णमणि दूबे, पूर्व मुखिया अरुण दूबे, श्याम किशोर दूबे सहित कई लोगों ने बताया कि पूरा गांव पानी की समस्या से जूझ रहा है. खासकर गर्मी के दिनों में लोगों को पाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. गर्मी में पानी का लेयर नीचे चले जाने से सभी चापाकल भी बेकार हो जाते हैं. पानी की समस्या को दूर करने के लिए जब इस गांव में जलापूर्ति योजना की शुरुआत हुई थी तब लोगों में काफी हर्ष था. लोगों में यह उम्मीद जगी थी कि अब उनके दिन बदलने वाले हैं .लंबे समय से पानी के लिए परेशान लोगों को अब राहत मिलेगी .समय बीतता गया और देखते ही देखते 11 वर्ष बीत गये. लेकिन आज तक इस योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल सका है. उन्होंने कहा कि यदि इस योजना को पूरा कर चालू किया जाये तो निश्चित रूप से इसका लाभ यहां के लोगों को मिलेगा.
क्या कहते हैं मुखिया
पंचायत के मुखिया संतोष कुमार दूबे उर्फ पपलू दूबे ने कहा कि विभागीय लापरवाही के कारण यह योजना अधर में लटका हुआ है. इसे चालू कराने तथा घर घर तक कनेक्शन दिलाने के लिए महीनों से प्रयास किया गया है. लेकिन विभाग द्वारा सिर्फ अश्वासन ही मिलता है. इसमें लगा उपकरण भी खराब होने लगा है.
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