रैयतों ने मुआवजा की मांग को लेकर फोरलेन का काम रोका
गांव की सड़क को ट्रैक्टर खड़ा कर जाम कर दिया
पड़वा. मुआवजा राशि नहीं मिलने से नाराज कजरी गांव के रैयतों ने मंगलवार को फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य बंद करा दिया. गांव स्थित सड़क पर ट्रैक्टर लगाकर सड़क को जाम कर दिया. इसकी सूचना मिलने के बाद अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी जाम स्थल पर पहुंचे. लेकिन रैयत नहीं मानें. जिसके बाद कंपनी के अधिकारी ने कार्य को बंद करा दिया. जानकारी के अनुसार कजरी गांव के खाता नंबर 1154 प्लॉट नंबर 628 कुल रकबा 66 डिसमिल रैयती जमीन स्व सरधन सिंह के नाम से है. उनके वंशज कुश सिंह का कहना है कि हमलोगों की जमीन का थ्री ए का प्रकाशन नहीं हुआ है. इस मामले में भू-अर्जन विभाग से नोटिस भी प्राप्त नहीं हुआ है. कंपनी के अधिकारियों द्वारा कहा गया था कि मुआवजा मिलने के बाद ही सड़क का कालीकरण कार्य प्रारंभ किया जायेगा. लेकिन मंगलवार को कालीकरण कार्य शुरू दिया गया. जिसका रैयतों ने विरोध करते हुए निर्माण कार्य पर रोक लगा दी. कुश सिंह का कहना था कि किसी भी परिस्थिति में अपनी जमीन पर फोरलेन कालीकरण का कार्य नहीं होने देंगे. जिस समय फोरलेन के लिए सर्वे हो रहा था, उस समय इस जमीन का खाता प्लाट सर्वे के दौरान छूट गया था. जिस कारण थ्री जी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि इसका विरोध शुरुआत से ही किया गया. लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी मुआवजा राशि नहीं मिली. भारत वाणिज्य के अधिकारी व अंचल के अधिकारी ने कहा था कि अभी शुरुआती काम होने दीजिए. जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक कालीकरण नहीं किया जायेगा. वहीं रैयत रविंद्र सिंह का कहना था कि अभी तक उन्हें नोटिस नहीं मिला है. अंचल प्रशासन द्वारा बार-बार बताया जाता है कि थ्री जी के लिए भू-अर्जन विभाग को भेजा गया है. सरकार मुआवजा निर्धारित कर उसका भुगतान करे, इसके बाद सड़क का निर्माण कराये. इस संबंध में अंचल अधिकारी हलधर सेठी ने बताया कि शुरुआत में जब थ्री जी हो रहा था, तब इनका प्लॉट छूट गया है. बाद में थ्री ए प्रकाशन के लिए विभाग को भेजा गया है. सरकारी प्रक्रिया में समय लगता है. अंचल निरीक्षक बासुकीनाथ टुडू ने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी ने काम जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया है. जो त्रुटियां हैं, उसके सुधार की दिशा में कार्य किया जा रहा है.