पलामू : 15 लाख के शेड की उड़ गई छत, मिचौंग चक्रवात की बारिश से बस स्टैंड बना नरक
पिछले पांच वर्ष पूर्व साल पूर्व करीब 15 लाख रुपये की लागत से पथ निर्माण विभाग ने श्रमिक शेड का निर्माण कराया था, लेकिन निर्माण के 10-15 दिनों में ही उसका छत उड़ गया था. उसके बाद से कभी मरम्मत नहीं कराया.
मेदिनीनगर, संजय कुमार : शहर के कोयल नदी के समीप पलामू क्लब स्थित न्यू बस स्टैंड में छोटे-बड़े वाहनों का परिचालन होता है. मिचौंग चक्रवात की वजह से पिछले दो दिनों की बारिश में नारकीय स्थिति बन गयी है. बस स्टैंड स्थल कच्ची होने के कारण कीचड़ में तब्दील हो गया. इससे यात्रियों को वाहन से उतरने व चढ़ने में काफी परेशानी को सामना करना पड़ता है. स्टैंड में शेड व शौचालय का भी घोर अभाव है. शौचालय नहीं होने के कारण महिलाओं को बस के पीछे टायलेट जाने के लिए विवश है. पानी की भी कोई सुविधा नहीं है. पिछले पांच वर्ष पूर्व साल पूर्व करीब 15 लाख रुपये की लागत से पथ निर्माण विभाग ने श्रमिक शेड का निर्माण कराया था, लेकिन निर्माण के 10-15 दिनों में ही उसका छत उड़ गया था. उसके बाद से कभी मरम्मत नहीं कराया. मिनी बस स्टैंड के रूप में संचालित है. निगम द्वारा बस स्टैंड स्थल पर ठहराव करने वाली छोटी-बड़ी वाहनों, ठेला व गुमटी से टैक्स की वसूली प्रतिदिन किया जाता है. लेकिन निगम ने कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराया है. हल्की बारिश में भी कीचड़ हो जाता है, जिसके कारण यात्रियों के साथ-साथ बस संचालकों को भी परेशानी होती है. बस संचालकों ने बताया कि निगम प्रतिदिन बसों से 30 और छोटी गाड़ियों से 20 लिया जाता है. लेकिन किसी तरह की सुविधा उपलब्ध नहीं कराया गया है. उक्त बस स्टैंड से सैकड़ों छोटे-बड़े वाहन व ऑटो चलता है. स्टैंड से गढ़वा, रमकंडा, रामगढ़, छत्तीसगढ़, वंशीधर नगर सहित अन्य जगहों के लिए बसें खुलती है.
सुविधा का घोर अभाव है : वार्ड पार्षद
वार्ड पार्षद मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बस स्टैंड बनने के बाद किसी तरह का सुविधा बहाल नहीं किया गया है. शौचालय नहीं होने से खासकर महिलाओं को ज्यादा परेशानी होती है. निगम को इस पर ध्यान देना चाहिए.
डीपीआर तैयार किया जा रहा है : नगर आयुक्त
निगम के नगर आयुक्त जावेद हुसैन ने बताया कि जो भी कमियां से उसे दूर की जायेगी. बस स्टैंड में शौचालय, शेड निर्माण के लिए तैयार किया जा रहा है. जल्द ही सुविधा बहाल किया जायेगा, ताकि यात्रियों को परेशानी से निजात मिल सके.