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Shab-e-Barat 2022: अकीदत के साथ मना शब-ए-बारात, गुनाहों से निजात के लिए की इबादत

Shab-e-Barat 2022: मान्यता है कि शब-ए-बारात की रात इबादत करने से गुनाहों से निजात मिलती है और मांगी गई मुरादें पूरी हो जाती हैं. इस मौके पर इलाके की मस्जिदों के अलावा अपने अपने घरों में भी लोगों ने इबादत की. फजिर की नमाज से पहले गुज़रे हुए लोगों की कब्रों पर जाकर उनकी मगफिरत की दुआ मांगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2022 6:01 PM

Shab-e-Barat 2022: शाबान महीने की चौदह की रात को मुस्लिम समुदाय के लोग शब-ए-बारात का त्योहार मनाते हैं. शुक्रवार को इस त्योहार को लेकर इलाके की सभी मस्जिदों और कब्रिस्तानों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था. इसके साथ ही सभी घरों में रोशनी की व्यवस्था की गई थी. घरों में विभिन्न तरह का हलवा बनाकर फातेहा दिया गया. लोगों ने शाम होने के साथ ही गुजरे हुए लोगों को फातेहा दिया और शीरनी बांटी. इस दौरान सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था थी.

गुनाहों से निजात मिलती है

मान्यता है कि शब-ए-बारात की रात इबादत करने से गुनाहों से निजात मिलती है और मांगी गई मुरादें पूरी हो जाती हैं. इस मौके पर इलाके की मस्जिदों के अलावा अपने अपने घरों में भी लोगों ने इबादत की. फजिर की नमाज से पहले गुज़रे हुए लोगों की कब्रों पर जाकर उनकी मगफिरत की दुआ मांगी. हैदरनगर के भाई बिगहा, बाजार, कबरा खुर्द, केवाल, कुड़वा, करिमडीह, सिंघना समेत अन्य जगहों की मस्जिदों को सजाया गया. कब्रिस्तानों और घरों को रौशन किया गया. इस मौके पर शुक्रवार की नमाज़ के पहले इमाम अहमद अली खान ने अपनी तकरीर में लोगों को शब-ए-बारात की फ़ज़ीलत बयान की.

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सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था

इमाम अहमद अली खान ने बताया कि इस त्योहार की बड़ी फ़ज़ीलत है. इबादत में रात गुज़रे और गुनाहों की माफी मांगें. आतिशबाज़ी और पटाखों से बचने की हिदायत दी. उनकी बातों का असर इलाके में दिखा. युवाओं ने आतिशबाज़ी से परहेज किया. शब-ए-बारात के दूसरे दिन शाबान की 15 तारीख को अधिकतर लोगों ने रोज़ा रखा और शाम को इफ्तार किया. इस बीच प्रखंड क्षेत्र के सभी चौक-चौराहों पर हैदरनगर थाना पुलिस मुस्तैद रही. एसडीपीओ पूज्य प्रकाश के निर्देश पर थाना प्रभारी अजित कुमार मुंडा लगातार गश्त लगाते रहे.

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रिपोर्ट: जफर हुसैन

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