पलामू, सैकत चटर्जी : पलामू से होकर गुजरने वाली नेशनल हाइवे 98 के निर्माण कार्य हो रहे साइट पर फायरिंग करने वाला शूटर को पलामू पुलिस की स्पेशल टीम ने रांची से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार शूटर का नाम रॉकी खान है. पलामू के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने इसकी पुष्टि की है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो पूरी घटना का तार खूंटी जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा से जुड़ा हुआ है. गिरफ्तार शूटर रॉकी खान भी सुजीत सिन्हा ग्रुप से ही है. पुलिस उसकी अन्य संभावित अपराध लिस्ट को भी खंगाल रही है.
पलामू के नेशनल हाइवे 98 के कंस्ट्रक्शन कंपनी शिवालया पर सुजीत सिन्हा गिरोह की नजर थी. रंगदारी को लेकर कंपनी से संबंधित लोगो को धमकाया जा रहा था. दहशत फैलाने के उद्देश्य से 28 जून को पलामू के पिपरा थाना क्षेत्र के चपरवार में कंस्ट्रक्शन साइट पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था. जिसमें दो अपराधी बाइक से साइट पर फायरिंग करते हुए निकल गए थे.
गोली चालन की घटना से ठेकेदार शिवजी दास के पैर में गोली लगी थी. जिससे वे घायल हो गए थे. शिवजी दास बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले है. घटना के बाद पिपरा थाना में मामला दर्ज कराया गया था. जिसके आधार पर पुलिस अनुसंधान करते हुए शूटर रॉकी खान को धर दबोचा है.
सूत्रों के अनुसार कंस्ट्रक्शन कंपनी शिवालया के जिन लोगों को फोन कर धमकी दी जाती थी और रंगदारी के रकम तय किए जाते थे, वो कॉल नेपाल से आते थे. पुलिस की जांच में इसकी खुलासा हुई है. ये माना जा रहा है की पुलिस के रडार में आने से बचने के लिए ऐसा किया जाता होगा.
रॉकी खान के गिरफ्तारी से लेकर पुलिस की जांच के बाद जिस तरह से कई बातें सामने आ रही है. उसमें एक पहलू यह भी है की कहीं घटना में बिहार का कोई गिरोह तो शामिल नहीं है. जिसके साथ सुजीत सिन्हा गिरोह का संबंध हो. यह प्रश्न इसलिए उठ रहे है क्यू की ठेकेदार शिवजी दास बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले है जो धमकी भरे कॉल आए है वो नेपाल से आए हैं. नेपाल का एक बड़ा हिस्सा बिहार बॉर्डर से जुड़ा हुआ है और इस रास्ते का इस्तेमाल स्मंगलिंग सहित कई अपराधिक गतिविधियों के लिए होता है. इसलिए यह विंदू भी जांच का विषय बन गया है. हालांकि अभी पुलिस इस बिंदू पर कोई टिपण्णी नहीं की है.
पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद शूटर रॉकी ने न सिर्फ शिवालया कंस्ट्रक्शन कंपनी पर गोली चालन की घटना बल्कि कई अन्य घटनाओं का राज भी पुलिस के पास खोल दिया है. इसके आधार पर पुलिस आगे की कारवाई कर रही है. ऐसा माना जा रहा है की जल्द ही पुलिस को अपराधिक मामलों में उल्लेखनीय सफलता मिलेगी.
पलामू के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा के अनुसार इस घटना से पहले पलामू के स्थानीय अपराधियों के मदद से घटना की ब्लू प्रिंट तैयार की गई थी. तब घटना को अंजाम दिया गया था. अब पुलिस घटना में शामिल अन्य अपराधियों को भी पकड़ने के लिए छापामारी कर रही है. एसपी ने कहा की जल्द ही ये सलाखों के पीछे होंगे.