सुजीत सिन्हा गैंग के छह अपराधी गिरफ्तार
पलामू पुलिस ने सुजीत सिन्हा गिरोह के छह अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है.
रंगकर्मी अशफाक सुजीत सिन्हा के लिए लोगों को जोड़ने का करता था काम एटीएस कर रही है जांच जेजेएमपी का सक्रिय सदस्य दीपक गिरफ्तार प्लायर मामला : चैनपुर के दोकरा माइंस परिसर में फायरिंग की घटना को अंजाम देने का आरोपफोटो 2 डालपीएच- 13 प्रतिनिधि, मेदिनीनगर पलामू पुलिस ने सुजीत सिन्हा गिरोह के छह अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. पलामू एसपी रिष्मा रमेशन ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने 29 नवंबर को चैनपुर थाना क्षेत्र के दोकरा गांव में स्थित क्रशर परिसर में अज्ञात अपराधियों के द्वारा दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की घटना अंजाम दिया था. रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि चैनपुर थाना के सलतुआ रोड में पांच से छह व्यक्ति देसी पिस्टल व कट्टा लेकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जा रहे हैं. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन बाइक पर जा रहे 25 वर्षीय अशफाक खान, 21 वर्षीय कुश कुमार यादव, 30 वर्षीय दीपक कुमार भुइया, 22 वर्षीय गुलशन कुमार विश्वकर्मा, 22 वर्षीय आसिफ खान उर्फ राजा खान व 24 वर्षीय फरहान कुरैशी उर्फ शैलू कुरैशी उर्फ छोटू को पुलिस ने चार हथियार व तीन जिंदा गोली साथ गिरफ्तार किया है. एसपी ने बताया कि इन सभी आरोपियों के द्वारा दोकरा क्रशर माइंस में रंगदारी के लिए फायरिंग की गयी थी. इनके पास से लूटा हुआ मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है. रंगकर्मी अशफाक सुजीत सिन्हा के लिए लोगों को जोड़ने का करता था काम एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि रंगकर्मी अशफाक खान कुख्यात अपराधी सुजीत सिन्हा के लिए काम करता था. वह युवाओं को सुजीत सिन्हा गिरोह से जोड़ता था.इसके बाद घटना को अंजाम दिया जाता था. वह एक नाटक ग्रुप से जुड़कर रंगकर्मी के रूप में काम करता है. एसपी ने बताया कि फरहान कुरैशी छोटू डोम हत्याकांड मामले में जेल गया था. सुजीत सिन्हा के गिरोह का एक व्यक्ति भी जेल में था. जिससे उसकी जान पहचान हुई. उसके बाद जेल से निकलने के बाद वह सुजीत सिन्हा गैंग के लिए काम करने लगा. फरहान ने इस काम के लिए अशफाक खान को अपने साथ जोड़ लिया. अशफाक खान किसी भी घटना को अंजाम देने के लिए नये युवकों की तलाश करता था. उसे अपने साथ जोड़कर घटना को अंजाम देता था. दीपक भुइयां जेजेएमपी का सक्रिय सदस्य हैं. वह लातेहार में एक केस के मामले में 29 फरवरी को सरेंडर भी किया था. जिसके बाद जेल में रहने के बाद जब जेल से बाहर आया तो सुजीत सिन्हा गैंग से जुड़ गया.
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