भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ी पलामू के सांगबार पंचायत की सोलर आधारित जलापूर्ति योजना
प्रखंड के सांगबार पंचायत में लगे एक दर्जन सोलर से संचालित जलापूर्ति योजना ठप हो गयी है. बताया जाता है कि तकनीकी खराबी के कारण यह स्थिति बनी है.
प्रखंड के सांगबार पंचायत में लगे एक दर्जन सोलर से संचालित जलापूर्ति योजना ठप हो गयी है. बताया जाता है कि तकनीकी खराबी के कारण यह स्थिति बनी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब सोलर अधारित जलापूर्ति योजना शुरू हुई थी तो लोगों को बड़ी खुशी हुई. लेकिन यह एक साल भी सही तरीके से नहीं चली और तकनीकी खराबी आ गयी.
लेकिन इसकी मरम्मत कराने के प्रति न तो पंचायत के मुखिया ने गंभीरता दिखायी और न ही प्रशासन ने़ यहां बता दें कि राज्य सरकार ने ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नल-जल योजना के तहत गांवों में सोलर आधारित जलापूर्ति की व्यवस्था की थी. सरकार की यह सोच थी कि गांव के लोग भी शुद्ध जल का सेवन करें.
बिजली की पर्याप्त उपलब्धता नहीं रहने पर लोगों को परेशानी नहीं उठाना पड़े. इसके लिए सोलर सिस्टम के तहत जलापूर्ति की व्यवस्था की गयी. 14वें वित्त मद की राशि से पंचायत में इसे अधिष्ठापित किया गया था. लेकिन सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी.
जानकारी के मुताबिक सांगबार पंचायत में 15 जगहों पर सोलर संचालित जलापूर्ति योजना अधिष्ठापित की गयी थी. लेकिन शुरू से ही इस योजना की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगा था. क्योंकि कई जगहों पर तकनीकी खराबी शुरू हो गयी थी. फिलहाल इस पंचायत में पांच जगहों पर ही जलापूर्ति योजना का लाभ लोगों को मिल रहा है. जबकि 10 जगहों पर लगी जलापूर्ति योजना खराब हो गयी है. इस वर्ष गर्मी में लोग पानी के लिए परेशान रहें. लेकिन खराब जलापूर्ति योजना को दुरुस्त नहीं किया गया. अखौरी दिदरी गांव के अरंबिद पासवान, विंदू पासवान, ममता देवी, राधा कुंवर, गीता देवी आदि ने बताया कि एक वर्ष से यह योजना फेल है.