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भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश का पलामू डीसी पर गंभीर आरोप, बोले- सास-सरहज के नाम पर ली पत्थर खनन लीज

भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने पत्थर खनन लीज मामले में पलामू डीसी पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि डीसी ने सास और सरहज के नाम माइनिंग लीज दी है. इस संबंध में पूछे जाने पर पलामू ने आरोपो से साफ इनकार किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 16, 2022 6:18 AM

रांची: पत्थर खनन लीज मामले में जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब नया नाम पलामू डीसी शशिरंजन का सामने आया है. इन पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा है कि डीसी शशिरंजन ने सास और सरहज के नाम माइनिंग लीज दी है और इसका एकरारनामा किया है.

वहीं दूसरी ओर इस संबंध में पूछे जाने पर पलामू के डीसी शशिरंजन ने कहा कि मेसर्स जय मां विंध्यावासिनी स्टोन व मेसर्स प्राइम स्टोन को नियमसंगत तरीके से पत्थर खनन की लीज दी गयी है. दोनों एजेंसियाें के साथ उनकी सास व सरहज के पार्टनर होने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि काम संबंधित एजेंसी को पार्टनरशिप के रूप में दी गयी है. वह मामले की जांच कराने को तैयार हैं.

प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने बताया कि मेसर्स जय मां विंध्यावासिनी स्टोन में दो पार्टनर हैं. पहला रणधीर कुमार पाठक (पिता : बैजनाथ पाठक, सुदना, डालटनगंज, पलामू) और दूसरा अंजना चौरसिया (पति : अजय कुमार, पता : नमक गोला, जय मुहल्ला, बक्सर, बिहार).

इनको मौजा शाहपुर, थाना नौडीहा बाजार के थाना संख्या 380, खाता संख्या 72, प्लॉट संख्या 295,297,299,300,302,304 व 306 में रकबा 4.17 एकड़ पत्थर खनन की लीज चार वर्ष 11 माह तक के लिए दी गयी है. इन लोगों के साथ डीसी ने एकरारनामा किया. साथ ही पर्यावरण स्वीकृति के लिए डीसी ने राज्यस्तरीय पर्यावरण समाघात निर्धारण प्राधिकरण के सदस्य सचिव को 19 जुलाई 2021 को पत्र

दोनों पार्टनर के साथ पत्थर खनन, क्रशर प्लांट, स्टोन चिप्स व डस्ट के कारोबार के लिए किये गये एकरारनामा के मुताबिक मेसर्स जय मां विंध्यावासिनी स्टोन में आय-व्यय में रणधीर कुमार पाठक की हिस्सेदारी 51% व अंजना चौरसिया की हिस्सेदारी 49% होगी. श्री प्रकाश ने कहा कि दूसरी पत्थर खनन लीज मेसर्स प्राइम स्टोन के नाम पर ली गयी. इसमें दो लोग पार्टनर हैं.

पहला स्नेहा कुमारी (30 वर्ष, पिता :

प्रकाश कुमार, बड़ी दरियापुर, जमालपुर, मुंगेर) और दूसरा बैजनाथ पाठक (67 वर्ष, पिता : स्व. अमरनाथ पाठक, गायत्री मंदिर रोड, सुदना, डालटनगंज, पलामू) हैं.

एकरारनामा के मुताबिक पत्थर खनन, क्रशर प्लांट, स्टोन चिप्स व डस्ट के कारोबार में स्नेहा कुमारी की आय-व्यय में हिस्सेदारी 51 % और बैजनाथ पाठक की हिस्सेदारी 49 % है. बैजनाथ पाठक और रणधीर कुमार पाठक पिता-पुत्र हैं. ऐसे में डीसी शशिरंजन बताएं कि अंजना चौरसिया और स्नेहा कुमारी कौन हैं. वे नहीं बताएंगे, तो भाजपा आगे की कार्रवाई करेगी. जब पत्रकारों ने उनसे इन महिलाओं के बारे में पूछा, तो श्री प्रकाश ने बताया कि अंजना चौरसिया डीसी शशिरंजन की सास हैं, जबकि स्नेहा कुमारी उनकी सरहज है.

क्या-क्या हैं डीसी शशिरंजन पर अारोप

मेसर्स जय मां विंध्यावासिनी स्टोन में डीसी की सास अंजना चौरसिया पार्टनर, दूसरी कंपनी मेसर्स प्राइम स्टोन में सरहज स्नेहा कुमार शामिल

एक कंपनी में पुत्र रणधीर पाठक, तो दूसरे में उनके पिता बैजनाथ पाठक हैं पार्टनर

प्रोजेक्ट अफसर अशोक ने पत्नी के नाम पर खान लीज करा ली, हो पूछताछ

भाजपा अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि आइएएस पूजा सिंघल ने झारखंड मिनिरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन में विभिन्न पदों पर रहते हुए एक से एक कारनामा किया. इनके चहेते प्रोजेक्ट अफसर अशोक कुमार ने भी डिपार्टमेंट में रहते हुए पत्नी विद्या शर्मा के नाम पर चिनिया में माइनिंग खनन के लिए 8.47 एकड़ की खान लीज करा ली. यह गढ़वा में बालू के खेल का भी खिलाड़ी रहा है. दूसरे जिलों में भी वह प्रभाव का उपयोग करता था.

Posted by: Sameer Oraon

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