मेदिनीनगर. झारखंड विधानसभा चुनाव की मतगणना 23 नवंबर को होना है. जीएलए कालेज परिसर में मतगणना केंद्र बनाया गया है. पलामू जिले के डालटनगंज, पांकी, विश्रामपुर, छतरपुर व हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र में 13 नवंबर को मतदान हुआ था. सभी विधानसभा क्षेत्र से 86 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. मतगणना को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी हो गयी है. इधर प्रत्याशी भी मतगणना को लेकर काफी उत्साहित है और तैयारी में जुटे हैं. मतदान के बाद से ही कई प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं व समर्थकों से साथ समीक्षा कर जीत का दावा कर रहे हैं. लेकिन पलामू जिले के पांचोंं विधानसभा क्षेत्र में किसकी जीत होगी, यह तस्वीर स्पष्ट नहीं हो पा रही है. फिर भी प्रत्याशी अपने हिसाब से मतों का आकलन कर जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रहे हैं. चुनाव में मतदाताओं के रुझान पर ही प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. इधर राजनीतिक जानकारों की मानें तो चुनाव का परिणाम चौंकाने वाला हो सकता है. बदलते राजनीतिक परिवेश में जो तस्वीर सामने आ रही है, कई विधानसभा क्षेत्रों में एनडीए व इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी आमने-सामने हैं. हालांकि दो दिनों में तस्वीर साफ हो जायेगी. मतगणन के समय नजदीक आते ही प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गयी हैं. बाहरी तौर पर प्रत्याशी भले ही अपनी जीत का दावा कर रहे है. लेकिन अंदर से उनकी बेचैनी बढ़ हुई है. यह चुनाव कई मायने में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. खास कर पलामू में कई नेताओं की प्रतिष्ठा व राजनैतिक कैरियर दावं पर है. यह सब कुछ मतगणना के परिणाम पर ही निर्भर करता है कि किसकी प्रतिष्ठा बचेगी या किसका राजनीतिक कैरियर बेहतर बनेगा. डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र की बात करें, तो मतदान के बाद जो तस्वीर उभर कर सामने आ रही है. उसके मुताबिक एनडीए के भाजपा प्रत्याशी आलोक चौरसिया और इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी आमने- सामने हैं. जबकि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी के पुत्र दिलीप सिंह नामधारी चुनाव को त्रिकोण बनाने का प्रयास किया है. अब देखना यह है कि वह अपने प्रयास में कितना सफल हो पाते है. पांकी विधानसभा में एनडीए के भाजपा प्रत्याशी डॉ शशिभूषण मेहता, निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र कुमार सिंह उर्फ बिट्टु सिंह, कांग्रेस प्रत्याशी लाल सूरज के बीच मुकाबला है. अब देखना है कि बाजी कौन मारता है. विश्रामपुर विधानसभा की स्थिति पेचिदा है. यहां की तस्वीर स्पष्ट नहीं हो पा रही है. इस विस क्षेत्र से एनडीए के भाजपा प्रत्याशी रामचंद्र चंद्रवंशी, इंडिया के राजद प्रत्याशी नरेश प्रसाद सिंह, बसपा के राजन मेहता, सपा की अंजू सिंह व निर्दलीय प्रत्याशी जागृति अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. 2019 के चुनाव में बसपा के राजन मेहता एवं 2014 के चुनाव में अंजू सिंह दूसरे स्थान पर थीं. 2024 के चुनाव में किस प्रत्याशी के सिर पर ताज होगा, यह कहना मुश्किल है. चर्चा है कि भाजपा प्रत्याशी व राजद प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला है. छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में एनडीए के भाजपा प्रत्याशी पुष्पा देवी व कांग्रेस के प्रत्याशी राधाकृष्ण किशोर के बीच सीधी लडाई मानी जा रही है. जानकारों का कहना है कि राजद प्रत्याशी विजय राम के मैदान में आने से यहां की स्थिति दिलचस्प हो गय ही है. हालांकि सभी अपनी जीत का दावा कर रहे है. हुसैनाबाद विस क्षेत्र में एनडीए के भाजपा प्रत्याशी कमलेश कुमार सिंह व इंडिया गठबंधन के राजद प्रत्याशी संजय कुमार सिंह यादव के बीच सीधा मुकाबला है. हालांकि भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी विनोद कुमार सिंह ने चुनाव को त्रिकोण बनाने का प्रयास किया है. सभी के दावें 23 नवंबर को स्पष्ट हो जायेंगे कि जनता किसे अपना जनप्रतिनिधि चुनती है.
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