पंखे से झूलता मिला पलामू के निलंबित दरोगा का शव, ग्रामीणों ने की जांच की मांग, डीआइजी ने दी ये दलील
पलांमू के निलंबित दरोगा लालजी यादव का शव पंखे से झूलता मिला है, जिसके बाद कई तरह की अशंका जतायी जा रही है. विरोध में ग्रामीणों ने नावाबाजार थाना घेराव किया. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि निलंबन के बाद से वो मानसिक रूप से परेशान थे.
पलामू : निलंबित थाना प्रभारी लालजी यादव का शव मंगलवार को पलामू के नावाबाजार थाना परिसर स्थित आवास में पंखे से लटकता मिला. वह 2012 बैच के दारोगा थे और साहिबगंज के पुरानी बाजार मुहल्ला के रहनेवाले थे. छह जनवरी 2022 को पलामू डीटीओ अनवर हुसैन के साथ दुर्व्यवहार मामले में उन्हें एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने निलंबित कर दिया था.
मंगलवार की सुबह में मोबाइल बंद होने पर साहिबगंज से परिजनों ने थाना में पुलिसकर्मियों को जानकारी दी. पुलिसकर्मी उनके आवास पर गये. दरवाजा तोड़ने पर कमरे में लालजी यादव का पंखे से झूलता शव मिला. लालजी यादव के दो छोटे बच्चे हैं और पत्नी गर्भवती हैं. लालजी यादव की मौत की सूचना पर ग्रामीण जुट गये और नावाबाजार थाना का घेराव कर दिया. इसके बाद मेदिनीनगर-औरंगाबाद मार्ग एनएच-98 को जाम कर दिया.
क्या बोले डीआइजी :
पलामू रेंज के डीआइजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि लालजी यादव सोमवार को रांची के बुढ़मू थाना से लौटे थे. उन्हें मालखाना का चार्ज देना था. लेकिन चार्ज देते समय बाइक और मोबाइल नहीं मिल रहा था. इससे वह परेशान थे. अपनी परेशानी उन्होंने कुछ मित्रों से साझा की थी.
रांची में पदस्थापित रहे थे
लालजी यादव ने रांची में अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी. वह लालपुर थाना में प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर थे. इसके बाद पिठोरिया थानेदार के पद पर पोस्टिंग हुई थी. रांची पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, बुढ़मू में चार्ज देने के दौरान कोई सामान कम होने की बात लालजी यादव ने नहीं कही थी. निलंबित होने के कारण वह मानसिक रूप से परेशान होने की बात जरूर कह रहे थे.
Posted By : Sameer Oraon