पर्यटकों को लुभाते हैं हुसैनाबाद के झरना, पहाड़ व हरे-भरे जंगल के मनोहारी नजारे

हुसैनाबाद की मुरली पहाड़ी का प्राकृतिक सौंदर्य लोगों को आकर्षित करता है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 24, 2024 9:11 PM
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हुसैनाबाद. वर्ष 2024 की विदाई व नये वर्ष का स्वागत की तैयारी में लोग जुट गये हैं. हर आयु वर्ग के लोगों में इसके प्रति उत्साह देखा जा रहा है. अपनी-अपनी टीमों के साथ पिकनिक को लेकर योजना बनायी जा रही है. आयोजन को लेकर स्पॉट का भी चयन किया जा रहा है. क्षेत्र में दर्जनों जगहों पर जाकर लोग पिकनिक का आनंद उठाते हैं. हुसैनाबाद की मुरली पहाड़ी का प्राकृतिक सौंदर्य लोगों को आकर्षित करता है. यह अनुमंडल मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर जपला-पथरा मुख्य पथ की ऊपरी कला पंचायत के लंगरकोट गांव के समीप है. प्राकृतिक दृश्य के अलावा आध्यात्मिकता का भी केंद्र है यह स्थल. काफी संख्या में लोग पहाड़ी के ऊपर महाकालेश्वर धाम मंदिर में पहुंच कर माथा टेक नव वर्ष की शुरुआत करते हैं. साथ-साथ प्राकृतिक छटा का आनंद उठाते हैं. महाकालेश्वर धाम में श्रावण माह व शिवरात्रि के अवसर पर भव्य मेला का भी आयोजन होता है. जहां श्रद्धालु पूजा-पाठ करते हैं. वर्ष की शुरुआत में काफी संख्या में लोग पहुंचते हैं. वही पहाड़ी की तलहटी में जवाहर नवोदय विद्यालय द्वितीय का भव्य भवन व परिसर प्राकृतिक छटा में और चार चांद लगा देता है. पहाड़ी पर एक गुफा भी है. जो घूमनेवाले को आकर्षित करता है. वही पहाड़ी के ऊपर चोटी से शहर का मनोहारी दृश्य दिखता है.

रोमांचित करता है कुंड बांध का झरना

घाघरा गांव से सटे कुंड बांध का नजारा देखने योग्य होता है. तकरीबन 40 फीट की ऊंचाई से गिरते झरना का पानी लोगों को रोमांचित कर देता है. यह स्थान हुसैनाबाद प्रखंड मुख्यालय से तकरीबन 10 किमी दक्षिण में स्थित है. चारों ओर से पहाड़ की वादियों का मनोहारी दृश्य बार-बार यहां आने को आमंत्रित करता है. यहां अन्य दिनों के अलावा एक जनवरी को काफी संख्या में पिकनिक मनाने लोग पहुंचते हैं. पिकनिक के साथ चारों ओर से घिरे प्राकृतिक दृश्य का आनंद उठाते हैं. वैसे तो अनुमंडल क्षेत्र में काशिसोत डैम, भीमचूल्हा, भीम बराज ,भीमचूल्हा पार्क, सीता चुआं, सोहेया पहाड़ी, कररबार नदी तट समेत दर्जनों पिकनिक स्पॉट हैं. सोन नदी का देवरी व दंगवार का तट व डीला क्षेत्र भी पिकनिक मनाने वालों का मनपसंद स्पॉट माना जाता है. खास कर डीला का क्षेत्र. सोन नदी में स्नान, सूर्य मंदिर परिसर में पूजा के साथ नौकायन का लुत्फ उठाते हैं. झारखंड-बिहार के सीमावर्ती दंगवार में सोन व कररबार नदी का संगम स्थल का नजारा भी देखने योग्य होता है. उक्त स्थल से बालू का डीला ,काशिवन, रोहतास मंदिर का दृश्य, बंजारी की फैक्टरी क्षेत्रों का अवलोकन पिकनिक के आनंद में चार चांद लगा देता है.

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