मेदिनीनगर. चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में रविवार की रात्रि में डबल मर्डर केस मामले में भरत पांडेय व दीपक साव का शव पोस्टमार्टम के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया. मंगलवार को मेदिनीनगर के एमएमसीएच में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गयी थी. इसके लिए पांच डॉक्टरों की टीम गठन किया गया था, लेकिन डॉक्टरों की टीम शव का पोस्टमार्टम नहीं कर सकी. जिस कारण दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए रांची रिम्स रेफर कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार रविवार की रात्रि में अपराधियों ने भरत पांडेय व दीपक साव को 15 से 20 गोली मारी गयी थी. लेकिन एक्स रे दौरान भरत के शरीर में एक गोली भी नहीं पाया गया. जबकि दीपक के सिर में एक गोली व छाती में एक गोली दिखायी दे रही है. दोनों के शरीर में गोली के कई निशान देखने को मिला है. चिकित्सकों को मानना है कि मृतक भरत और दीपक पर काफी संख्या में गोली लगने पर शरीर में गोली नहीं मिल पा रही है. एक्स रे के दौरान पता नहीं चल पा रहा है कि गोली किधर से प्रवेश की और किधर से निकली. जबकि दोनों के छाती, पेट व सिर में गोली लगने का निशान है. डॉक्टरों का मानना है कि हाइ टेक्नोलॉजी सॉफ्टिकेटेड हथियार से हत्या की गयी है. पोस्टमार्टम के लिए गठित पांच सदस्यीय टीम में डॉ एसके गिरि, डा उदय सिंह, डा विजय सिंह, डा आरके रंजन व डा सुशील पांडेय शामिल थे.
11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी, महिला सहित तीन हिरासत में
चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में रविवार के रात्रि 12.15 बजे घर में घुस कर भरत व दीपक की गोली मार कर हत्या किये जाने के मामले में मृतक भरत के पिता प्रदीप पांडेय के द्वारा विजय तिवारी सहित 11 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इस संबंध में तीन लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. जानकारी के अनुसार इसमें छतरपुर की एक महिला को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. एसपी ने इस दोहरे हत्याकांड के उदभेदन के लिए एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में एसआइटी गठित की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है