हुसैनाबाद. प्रखंड के प्लस टू उच्च विद्यालय संढ़ा में शिक्षकों का पदस्थापन नहीं हुआ है. हुसैनाबाद प्रखंड के दक्षिणांचल क्षेत्र के लिए एकमात्र प्लस टू विद्यालय है. वह भी विभागीय उदासीनता का दंश झेल रहा है. जानकारी के अनुसार हाइस्कूल के चार शिक्षकों पर 1450 विद्यार्थियों के भविष्य का दायित्व है. इनमें दो सरकारी व दो पारा शिक्षक शामिल हैं. 11वीं में 640 व प्रथम से 10 वीं में 810 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. मालूम हो कि हुसैनाबाद अनुमंडल मुख्यालय से इस विद्यालय की दूरी तकरीबन आठ किलोमीटर है. यह विद्यालय जपला-छतरपुर मुख्य पथ के संढ़ा गांव में स्थित है. यह गांव पतरा कला पंचायत का प्रमुख गांव है. बच्चे देश के भविष्य हैं. लेकिन भविष्य तराशने वाला तंत्र ही बदहाल हो, तो सुंदर भविष्य गढ़ने की बात बेमानी है. हाइस्कूल को वर्ष 2024 में प्लस टू दर्जा मिला. क्षेत्र व ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिले इस सोच के तहत वर्ष 2016 में हाइस्कूल को प्लस टू में अपग्रेड किया गया. विद्यालय में करीब सात किमी की दूरी से बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं. हुसैनाबाद प्रखंड के दक्षिणांचल के सुदूरवर्ती घाघरा, डंडिला, अमहि, बिशवसिया, इंटबांध, तुलसीखंड, पचमो, माधे, सामूडीह आदि दर्जनों गांवों से विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते हैं, लेकिन शिक्षकों की कमी के कारण शैक्षणिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. हालांकि इस विद्यालय को पीएम श्री विद्यालय की श्रेणी में चयनित किया गया है. विद्यालय से जुड़े अभिभावकों ने जनप्रतिनिधियों, विभाग व सरकार से इस समस्या के समाधान की दिशा में अविलंब पहल करने की मांग की है. विद्यालय की मौजूदा स्थिति के संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक श्रीकांत पांडेय ने बताया कि विद्यालय की सभी बिंदुओं की जानकारी विभाग को दी गयी है. शिक्षकों के अभाव में काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों में टीम वर्क के तहत बेहतर करने का प्रयास जारी है. जिसका प्रतिफल है कि विगत वर्षों से मैट्रिक परीक्षा के परिणाम में विद्यालय के बच्चों ने जिला स्तर पर स्थान बनाने में सफलता हासिल की है.
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