परमात्मा की प्राप्ति ही मानव जीवन का उद्देश्य : डॉ केशवानंद
शहर के साहित्य समाज चौक स्थित संस्कृत महाविद्यालय परिसर में आयोजित हरे कृष्ण उत्सव में इस्कॉन के मुख्य वक्ता डॉ केशवानंद दास ने भागवत कथा का रसपान कराया.
मेदिनीनगर. शहर के साहित्य समाज चौक स्थित संस्कृत महाविद्यालय परिसर में आयोजित हरे कृष्ण उत्सव में इस्कॉन के मुख्य वक्ता डॉ केशवानंद दास ने भागवत कथा का रसपान कराया. कथा के दौरान उन्होंने मानव जीवन के उत्थान का विवेचन किया. कहा कि ईश्वर ने दुर्लभ मानव शरीर दिया है. इसका उद्देश्य परमात्मा को प्राप्त करना है. सच्चिदानंद स्वरूप परम पुरुष परमात्मा ही सुख का आधार है. हम सभी संसार में रह कर सुख की तलाश में भटक रहे हैं. जबकि इस दुखमय संसार में सुख क्षणिक है. संसार में मिले सुख का भोग करने से संतुष्टि नहीं मिलती. इसलिए जीव शाश्वत सुख की खोज में लगा रहता है. उन्होंने कहा कि शास्त्रों का यह मत है कि परमात्मा की प्राप्ति में ही शाश्वत सुख व आनंद मिलता है. प्रभु के प्रति अटूट श्रद्धा, प्रेम का भाव रखते हुए उनकी भक्ति करनी चाहिए. सांसारिक मोह- माया का त्याग कर प्रभु की शरण में रह कर जीवन व्यतीत करना चाहिए. प्रभु नाम का जप व उनकी लीलाओं का चिंतन, मनन एवं स्मरण करना ही प्रभु भक्ति है. उत्सव में शामिल भक्तजन हरिनाम संकीर्तन व नृत्य कीर्तन करते हुए भाव विभोर हो गये. नाटक के माध्यम से समाज को आध्यात्मिक संदेश दिया गया. छोटे बच्चों ने श्लोक वाचन किया. इस उत्सव में भक्ति सिद्धांत दास, गोविंद दास, गोकुल दास, दिव्यांश, अरविंद सिंह, रूपेश, श्याम, मिथिलेश, नीतीश, संदीप, संजय पांडेय, अभिषेक, अमृतकेली, रूपा, रिंकू, ज्योति अग्रवाल, रघुनंदनी, सुजांती, सरोज, कालिंद्र सिंह, गुड़िया सहित काफी संख्या में भक्त व श्रद्धालु उपस्थित थे.
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