प्रतिनिधि, हरिहरगंज
नगर पंचायत वासियों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का सपना साकार नहीं हो सका. प्रखंड परिसर स्थित पानी टंकी का निर्माण नगरवासियों के लिए 11 करोड़ 47 लाख रुपये की लागत से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा निर्माण कराया गया. लेकिन सरकार का सपना साकार ना हो सका. नगर पंचायत वासियों को बूंद भर भी पानी नहीं मिल रहा है. नगर पंचायत क्षेत्र में पानी टंकी के जलापूर्ति शुरू होने से पहले ही पाइपलाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने से जलापूर्ति नहीं हो सकी. कई बार जनप्रतिनिधियों तथा समाजसेवियों द्वारा आवाज उठाए जाने के बावजूद भी कोई पहल नहीं की गयी. एक वर्ष पूर्व पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने नगर पंचायत को हैंडओवर भी कर दिया गया. बावजूद अभी तक शहर के लोगों को पानी टंकी का सप्लाई पानी नहीं मिल सका. इससे जलापूर्ति शुरू होने से पहले ही पाइपलाइन जगह-जगह फट गयी है. लाइन डैमेज होने से पेयजल आपूर्ति नहीं हो सकी. टंकी संचालन के लिए ट्यूबवेल ऑपरेटर की तैनाती नहीं है. नगरवासियों के कई बार शिकायत करने के बावजूद पानी टंकी की मरम्मत नहीं करायी गयी.इस तरह से सरकार की करोड़ों रुपयों की राशि का दुरुपयोग विभाग के पदाधिकारी तथा संवेदक के द्वारा की गयी है, जिससे यहां के नगरवासियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है, जो जांच के बाद स्पष्ट हो सकेगा. लोगों का कहना है कि करीब तीन वर्ष बीतने को है,लेकिन किसी अधिकारी व कर्मचारियों ने इस और ध्यान नहीं दिया. मोहल्ले में बिछाई गयी पाइपलाइन भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी है. जिससे अदा कदा जब पानी की सप्लाई होती है, तो सड़कों पर पानी का फैलाव हो जाता है. संवेदक भी नगर पंचायत को हैंडओवर कर अपना पीछा छुड़ा लिया.जिसका खामियाजा आज हरिहरगंज नगर पंचायत के लोग को भुगतना पड़ रहा है.
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