मेदिनीनगर. राज्य के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने कहा कि शहरी क्षेत्र में जल संकट से निपटने के लिए कारगर कदम उठाने की जरूरत है. शहरी जलापूर्ति योजना फेज टू के कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता है. इस योजना के माध्यम से नगर निगम क्षेत्र की बढ़ती आबादी को ध्यान में रखकर काम किया जाना चाहिए. फिलहाल सरकार ने शहर के 24 हजार घरों में पानी पहुंचाने के लिए कार्य योजना तैयार की है. श्री त्रिपाठी मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में शुद्ध पेयजलापूर्ति के लिए करीब 40 हजार से अधिक घरों में कनेक्शन देने के लक्ष्य को लेकर काम करना चाहिए. इंटकवेल से शहरी जलापूर्ति योजना के माध्यम से शहरवासियों को पर्याप्त पानी नहीं मिल सकेगा. ऐसी स्थिति में कोयल नदी में बियर का निर्माण जरूरी है. इससे भूजल स्तर बरकरार रहेगा और जलापूर्ति योजना के संचालन में सहूलियत होगी. उन्होंने कहा कि जल संकट के स्थायी समाधान के लिए नदी में बियर बनाना अनिवार्य है. आबादगंज एवं निमिया में भी जलमीनार बनाने की जरूरत है. इस मामले को लेकर वह स्वयं मुख्यमंत्री से बात करेंगे. इससे पूर्व श्री त्रिपाठी ने स्थानीय परिसदन में पूर्व वार्ड पार्षदों के साथ बैठक कर शहर में पेयजल संकट की स्थिति पर चर्चा की. निगम प्रशासन द्वारा टैंकर से कराये जा रहे जल वितरण की स्थिति का आकलन किया. पूर्व वार्ड पार्षदों ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा जल संकट की स्थिति भयावह है. ऐसे में नगर निगम प्रशासन द्वारा टैंकर से जो जल वितरण कराया जा रहा है, वह पर्याप्त नहीं है. इस पर पूर्व मंत्री श्री त्रिपाठी ने ड्राई जोन सहित अन्य इलाकों में कम से कम 100 टैंकर ट्रिप बढ़ाकर जल वितरण कराने की मांग नगर आयुक्त से की. मौके पर पूर्व वार्ड पार्षद विवेकानंद त्रिपाठी, अमित सिंह, धीरेंद्र पांडेय, मनोज सिंह उर्फ बिल्लू, अनूप सिंह, नवीन गुप्ता, दिलीप कुमार के अलावा प्रकाश राम, अवधेश मेहता, मोनू आदि मौजूद थे.
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