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डेढ़ किलो अफीम के साथ तीन गिरफ्तार

रेलवे पुलिस ने डालटनगंज रेलवे स्टेशन से डेढ़ केजी अफीम के साथ महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है

चंडीगढ़ पहुंचाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को दिया जाता था पांच हजार प्रतिनिधि:मेदिनीनगर. रेलवे पुलिस ने डालटनगंज रेलवे स्टेशन से डेढ़ केजी अफीम के साथ महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. बरामद अफीम की कीमत लगभग 7.50 लाख बतायी जाती है. पकड़े गये तीनों आरोपी अफीम लेकर चंडीगढ़ जाने वाले थे. आरपीएफ के इस्पेक्टर बनारसी यादव ने बताया कि आरपीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग अफीम लेकर जाने वाले हैं. जिसके बाद आरपीएफ ने डालटनगंज स्टेशन एक नंबर प्लेटफार्म पर चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. आरोपी तरहसी थाना क्षेत्र के गोइंदी के 55 वर्षीय ज्ञांती देवी, 26 वर्षीय नागेन्द्र पासवान व 40 वर्षीय विरेन्द्र साव के पास करीब डेढ़ केजी अफीम बरामद किया गया. महिला लाल रंग का गमछा में लपेटकर रखी हुई थी. गमछे के अंदर प्लास्टिक में अफीम था. उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ में अफीम काफी मात्रा में खरीद बिक्री की जाती है.जानकारी के अनुसार पड़े गये आरोपी सुबह 8.30 बजे बीडीएम ट्रेन से जाने वाले थे. इसी ट्रेन से बनारणी पहुंचने के बाद अफीम को चंडीगढ़ पहुंचा दिया जाता. इसके पूर्व भी तीन बार इन लोगों के द्वारा अफीम चंडीगढ़ पहुंचाया गया है. अफीम के कारोबार करने का मुख्य आरोपी भी पलामू का ही रहने वाला है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. इन सभी के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. मामले की जांच के लिए उप निरीक्षक केसी गोगराई को सौंपा गया है. जानकारी के अनुसार पलामू के सुदूरवर्ती व अगल-बगल के जिलों में अफीम की खेती की जाती है. इस अफीम की खेती को यहां के स्थानीय लोगों के द्वारा बाहर बेचा जाता है. अफीम की खेती के लिए ज्यादातर वन विभाग की जमीन का उपयोग किया जाता है. ताकि जंगल में किसी को पता भी ना चल सके. इससे लोगों को यह भी जानकारी ना मिले कि यह जमीन किसकी है. अक्सर जब भी पुलिस के द्वारा अफीम की खेती को पकड़कर नष्ट किया जाता है. तो पुलिस को वन विभाग की जमीन पर ही खेती किया हुआ मिला है. अक्सर सुदूरवर्ती व घने जंगलों में अफीम की खेती के लिए वन विभाग की जमीन का ही उपयोग किया जाता है. अफीम की खेती में ज्यादातर नक्सलियों का हाथ रहता है. जिसके डर से आसपास के ग्रामीण भी कुछ नहीं बोल पाते हैं. इस छापेमारी में रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक प्रभारी बनारसी यादव, उप निरीक्षक मुन्ना कुमार, महिला आरक्षी शिव ज्योति कुमारी, सहायक उपनि कृष्णानंद उपध्याय, जयराम सिंह, रविशंकर यदुवंशी सहित कई लोग शामिल थे.

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