जिंदा रहते नहीं मिली पलामू टाइगर रिजर्व के ट्रैकर गार्ड को मजदूरी, पैसे के अभाव में इलाज के दौरान मौत
पलामू टाइगर रिजर्व के ट्रैकर गार्ड की मौत हो गई है. दरअसल, पैसे के अभाव में उनका इलाज नहीं कराया जा सका. पिछले कई महीने से उनको मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया था.
बेतला, संतोष कुमार : पलामू टाइगर रिजर्व के छिपादोहर पश्चिमी (बरवाडीह )में कार्यरत ट्रैकर गार्ड बभंडीह निवासी राजकुमार सिंह (45 वर्ष) की मौत अज्ञात बीमारी से हो गयी. वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. मंगलवार की देर रात हालत बिगड़ जाने पर इलाज के लिए अस्पताल लाया जा रहा था. इसी क्रम में रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी. परिजनों ने कहा कि पैसे के अभाव में उनका इलाज नहीं कराया जा सका. पिछले कई महीने से उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा था. जानकारी मिलने पर रेंजर अजय टोप्पो, वनपाल रजनीश सिंह, सांसद प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह मृतक के घर पहुंचे. इस दौरान वन विभाग के द्वारा 10 हजार रुपये का आर्थिक सहयोग किया गया. इस दौरान सांसद प्रतिनिधि ने आश्रितों को नौकरी देने की मांग की.
रेंजर अजय टोप्पो ने कहा कि मृतक के आश्रित को काम पर रखा जाएगा. इधर ट्रैकर की मौत होने से वन श्रमिक संघ के अध्यक्ष सिद्धनाथ झा सहित अन्य वन श्रमिकों ने गहरा शोक जताया है. झा ने कहा कि पिछले चार महीने से वन श्रमिकों का मजदूरी भुगतान नहीं किया गया है. वहीं राजकुमार सिंह का पिछले महीने का भी मजदूरी का 12 हजार रुपये बकाया है. इस कारण राजकुमार सिंह अपनी बीमारी का इलाज नहीं करा पा रहा था. उन्होंने कहा कि वन विभाग के प्राधिकारियों के द्वारा मजदूरी भुगतान में पूरी तरह से संवेदनहीनता दिखाई जा रही है. इस कारण अब तक कई मजदूरों की मौत हो गयी है. यदि मजदूरों का भुगतान समय पर किया जाता तो राजकुमार सिंह जैसे अन्य श्रमिकों की भी जान बचाई जा सकती थी. उन्होंने वन विभाग से ट्रैकर गार्ड के आश्रितों को पांच लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है.