डालसा की पहल पर नाबालिग का शुरू हुआ इलाज
डालसा की पहल पर जले हुए नाबालिग का एमएमसीएच में इलाज शुरू हो गया है.
मेदिनीनगर. डालसा की पहल पर जले हुए नाबालिग का एमएमसीएच में इलाज शुरू हो गया है. जानकारी के अनुसार मानसिक रूप से बीमार नाबालिग को जब फरका आया, तो वह आग सेंकने के दौरान गिर गया. जिससे उसकी छाती व पीठ बुरी तरह जल गया था. इस घटना की जानकारी पीएलवी डॉ शैल शिखा को मिली. वह तत्काल स्थिति का जायजा लेने उसके घर पहुचीं. वह बालक अपने पिता के साथ झोपड़ी में किसी तरह रह कर अपना जीवन निर्वहन कर रहा था. उसकी माता का निधन पहले ही हो चुका है. बच्चे के पिता घटना के एक सप्ताह तक इलाज नहीं होने दे रहे थे. पीएलवी सदस्य की नजर जब उस बच्चे पर पड़ी. तो पीएलवी ने बच्चे के जल जाने की सूचना व इलाज नहीं हो पाने की जानकारी डालसा सचिव अर्पित श्रीवास्तव को दी. डालसा सचिव अर्पित श्रीवास्तव ने तत्काल पीएलवी भागीरथी दुबे को बच्चे के पास भेज कर, उसके पिता को समझा कर बच्चे को एमएमसीएच में भर्ती कराया. जहा से उसका इलाज बर्न वार्ड में चल रहा है. बच्चे की ड्रेसिंग व दवा चल रही है. वही बच्चे पर निगरानी के लिए पीएलवी को लगाया गया है. पीएलवी डॉ शैल शिखा लीगल सर्विसेज यूनिट फॉर चिल्ड्रेन की सदस्य हैं. यूनिट का गठन नालसा व झालसा के निर्देशानुसार एक माह पूर्व किया गया है. डॉ शैल शिखा इसका प्रशिक्षण एक माह पूर्व ही ली थी. डॉ शैल शिखा ऐसे बच्चे का पता लगा कर मदद पहुंचा रही हैं.
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